नागौर. जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन अब वैक्सीन स्टॉक खत्म होने के चलते एक बार फिर जिले में आज 45 आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीनेशन बंद कर दी गई है. जिसके बाद से पुराने अस्पताल जनता क्लिनिक में 45 आयु वर्ग के लोग जमा हो गए और कई घण्टो तक वहां लाइन लगाकर खड़े रहें.
चिकित्सा विभाग ने इससे पहले बंद हुए वैक्सीनेशन कार्य को जयपुर से 19600 डोज की खेप आने के बाद शनिवार को दोबारा शुरू किया गया था, लेकिन एक ही दिन में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो जाने से अब दोबारा से वैक्सीन संकट खड़ा हो गया है.
CMHO मेहराम महिया के अनुसार जयपुर से वैक्सीन की नई खेप मिलने के बाद ही जिले में वैक्सीन का कार्य दोबारा से शुरू हो पाएगा. CMHO मेहराम महिया ने बताया कि जिले में 18 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन के लिए राज्य सरकार की ओर से 15 हजार डोज आने की स्वीकृति मिली है. जिन्हें लेने के लिए CMHO कार्यालय से रविवार को गाड़ी जयपुर जाएगी.
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कोरोना वैक्सीनेशन में नागौर पूरे राजस्थान में अव्वल रहा, लेकिन अब जिले में वैक्सीनेशन के लिए डोज की किल्लत हो रही है. इसके चलते यहां बार-बार वैक्सीनेशन कार्य बंद करना पड़ रहा है. अब तक जिले के 8 लाख 62 हजार 432 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. सरकारी दावे के अनुसार नागौर में शनिवार को 201 कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे और 2 की मौत हुई थी. अब तक जिले में कोरोना के चलते मरने वालों का आंकड़ा भी 137 तक पहुंच चुका है.
नागौर नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र के हॉस्टल की दो छात्राएं संक्रमित
नागौर नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र के हॉस्टल की दो छात्राओं के संक्रमित होने के बाद नागौर चिकित्सा विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है. चिकित्सा विभाग ने हॉस्टल की अन्य 18 नर्सिग छात्राओं के सैंपल तक नहीं लिए गए है. सैपल रिपोर्ट आने के बाद होम क्वॉरेंटाइटन किया जाएगा.