नागौर. अरब सागर की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान तौकते ने नागौर में जमकर कहर बरपाया है. जिले के रेण में जहां लगातार हो रही बारिश के चलते एक कच्चा मकान ढहने से एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं घटना में परिवार के अन्य 2 लोग भी घायल हो गए हैं.
यही नहीं मकराना में 8 MVA ट्रांसफार्मर फेल हो गया, जिससे जिले के गोठन, मेड़ता रिया, भैरुदा में विद्युत आपूर्ति बधित रही, इससे आमजन को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा. इस दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसके लिए विद्युत विभाग की ओर से लगातार कोविड-19 सैंटरों की मॉनिटरिंग की गई. साथ ही प्रत्येक विद्युत विभाग में कॉल सेंटर स्थापित किए गए. वहीं तौकते का अजमेर डिस्कॉम के नागौर वृत्त के मकराना में 8 MVA ट्रांसफार्मर फेल होने से इलाके विद्युत व्यवस्था ठप हो गई है, जिसके बाद अजमेर से नया ट्रांसफार्मर मंगाया जा रहा है.
मेड़ता में एक पुराने मकान की बालकनी गिर गई. हालांकि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है. चक्रवाती तूफान तौकते का नागौर में भी असर देखने को मिला है. छाए बादल के साथ रिमझिम बरसात के दौर के बाद रात में शुरू हुई बरसात बुधवार सुबह तक भी जारी है. इस दौरान चल रही ठंडी हवाओं ने लोगों को सर्दी का अहसास करा दिया है और मौसम सुहाना हो गया है. तेज हवा चलने और बारिश होने से अधितकम पारा भी लुढ़क गया.
वहीं जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी के आदेशों पर आपात स्थिति पैदा होने की परिस्थिति में पेट्रोल और डीजल सहित ऑयल की उपलब्धता और आपूर्ति व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए पंप संचालकों को रिजर्व स्टॉक रखने के निर्देश दिए है. इसके तहत उन्हें हर समय 500 लीटर पेट्रोल और 1000 लीटर डीजल का हर समय स्टॉक बनाए रखने के निर्देश दिए गए है.
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चक्रवाती तूफान की आशंका को देखते हुए जिला कलेक्टर सोनी ने डिस्कॉम अधिकारियों को अस्पताल में पुख्ता व्यवस्था बनाएं रखने और कोविड मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई में कोई बाधा न आए, इसके लिए 24 घंटे बिजली की व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश दिए है.