नागौर. जिले के लोहरपुरा के शहरी स्वास्थय केंद्र के एक कर्मचारी में रविवार को कोरोना का लक्षण पाया गया. कोरोना के संदिग्ध लक्षण पाए जाने के बाद डिस्पेंसरी में तैनात चिकित्सक भी परेशान हैं. साथ ही इससे चिकित्सा महकमे में हड़कंप मच गया है.
जानकारी के अनुसार चिकित्सा कर्मचारी में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आने पर उसे होम आइसोलेट कर दिया गया है. स्वास्थय विभाग के आला अधिकारियों को मामले से अवगत कराने के बाद अब शहरी स्वास्थय केंद्र लोहारपुरा में तैनात सभी कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की गई. वहीं, इसको लेकर रविवार को दिनभर आने वाले मरीजों का प्राथमिक उपचार भी नहीं हो पाया.
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बाजारों में पसरा रहा सन्नाटा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को जनता कर्फ्यू की घोषणा करने के बाद नागौर जिले में जनता कर्फ्यू पूरी तरह कामयाब दिख रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जनता कर्फ्यू की घोषणा की गई. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से प्रदेश में लॉक डाउन की घोषणा करने के बाद नागौर जिला मुख्यालय सहित जिले भर के गांव और कस्बों में पूरा समर्थन दिया जा रहा है.
नागौर शहर के कई इलाकों और बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. नागौर पुलिस की अलग-अलग टीमें भी गश्त कर रही है. बता दें कि नागौर शहर के समस्त चौराहों और मुख्य मार्गों पर पुलिस बल तैनात किया गया है. नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव रविवार को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल और नागौर रेलवे स्टेशन का दौरा किया. साथ ही रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई.