नागौर. जिला कारागार में बंदियों के साथ मारपीट के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. जेल स्टाफ पर मारपीट का आरोप लगाने वाले 6 बंदियों ने जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. इधर उनके परिजन भी लगातार जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
परिजनों का अब यह भी आरोप है कि पिछले दिनों जेल के निरीक्षण पर गए अधिकारियों से कुछ बंदियों ने जेल प्रशासन के खराब बर्ताव को लेकर शिकायत की थी. इसलिए शिकायत करने वाले बंदियों के साथ स्टाफ द्वारा मारपीट की गई है. बंदियों के परिजनों ने सोमवार को कलेक्टर दिनेश कुमार यादव और एसडीएम दीपांशु सांगवान से मिलकर जेल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दी है, जिसमें भी उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं.
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बंदियों के परिजनों का आरोप है कि पिछले दिनों जेल के निरीक्षण के लिए गए अधिकारियों से बंदियों ने जेल स्टाफ के खराब रवैये और बर्ताव को लेकर शिकायत कर दी थी, इसके चलते ही 1 फरवरी को सुबह जेल स्टाफ द्वारा बंदियों के साथ मारपीट की गई थी.
हालांकि, जेल प्रशासन शुरू से ही इन आरोपों का खंडन कर रहा है. जेल प्रशासन का कहना है कि स्टाफ द्वारा मारपीट नहीं की गई है. बल्कि बंदियों के दो गुटों में मारपीट हुई थी. जिस पर जेल स्टाफ द्वारा बीच-बचाव किया गया. जेल प्रशासन का यह भी आरोप है कि बीच-बचाव करने गए जेल स्टाफ के जवानों के साथ भी कुछ बंदियों ने मारपीट की है. इस संबंध में कोतवाली थाने में जेल प्रशासन की रिपोर्ट पर मामला भी दर्ज हुआ है.
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अब इस पूरे मामले को लेकर कलेक्टर दिनेश कुमार यादव का कहना है कि इस मामले में बंदियों के परिजनों ने आज ही उनसे मिलकर शिकायत दी है. कलेक्टर यादव का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.