नागौर. नए साल की शुरुआत के पहले दिन से ही नागौर जिले में विभिन्न प्रजाति के पक्षियों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है. जिले के अलग-अलग इलाकों में अब तक मोर, कौए सहित कई प्रजातियों के पक्षियों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं. सोमवार को भी जिले के बड़ी खाटू में मृत कौवे मिलने की जानकारी मिली है.
जिला वन अधिकारी ज्ञानचंद ने बताया कि कालवा में 1 जनवरी को 50 से ज्यादा मोरों के मरने की बात सामने आई थी. उसके बाद से ही परबतसर मेड़ता रोड और बड़ी खाटू में सोमवार को कौओं के मरने की सूचना मिली है. उन्होंने बताया कि अभी यह कह नहीं सकते कि जिले के विभिन्न इलाकों में विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के मरने की असली वजह क्या है. सैंपल लेकर भोपाल और जयपुर की लैब में भेज दिए गए हैं, वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकेगा कि आखिर इतनी बड़ी तादाद में पक्षियों की मौत क्यों हो रही है.
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साथ ही उन्होंने यह जरूर कहा कि जहरीला दाना भी इनकी मौत की एक वजह हो सकती है, लेकिन जिस तरह से देश भर में बर्ड फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में नागौर जिले में भी पक्षियों की मौत के पीछे बर्ड फ्लू की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. जिला वन अधिकारी ने कहा कि इसकी पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही की जा सकेगी. उन्होंने कहा कि पूरे जिले में वन विभाग के अधिकारियों की अगुवाई में विभिन्न टीमें बना दी गई हैं जो कि पूरी तरह से सतर्क और सजग हैं. नागौर जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है.