नागौर. हवा का रुख देखकर हालात भांपने की कहावत सब ने सुनी है. इसी तर्ज पर ज्योतिष के जानकार हर साल गुरु पूर्णिमा के मौके पर वायु परीक्षण करते हैं. इसके आधार पर मानसून के दौरान होने वाली बारिश के बारे में पूर्वानुमान जाहिर करते हैं. जिले के बोरावड़ में स्थित बाग वाले बालाजी मंदिर में गुरु पूर्णिमा के मौके पर वायु परीक्षण किया गया. वायु परीक्षण के समय उत्तरमुखी वायु प्रवाह के आधार पर ज्योतिष के जानकारों ने इस साल मानसून की अच्छी बरसात और अच्छी फसल होने का पूर्वानुमान जाहिर किया है.
अजमेर के आगरा गेट गणेश मंदिर के महंत पंडित घनश्याम आचार्य और मां कामाख्या ज्योतिष एवं शोध संस्थान के निदेशक आचार्य पंडित विमल पारीक की मौजूदगी में मौसम के पूर्वानुमान के लिए ध्वज पूजन और वायु परीक्षण किया गया. सबसे पहले पंडितों ने गणपति और ध्वज यंत्र की पूजा की. इसके बाद इस ध्वज को ऊंचाई पर स्थापित किया गया. हवा के प्रवाह की गणना और परीक्षण किया गया.
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आचार्य पंडित विमल पारीक ने बताया कि आचार्य वराहमिहिर पद्धति में आषाढ़ माह की पूर्णिमा के दिन शाम के समय उत्तरमुखी वायु प्रवाह शुभफलदात्री बताया गया है. महंत घनश्याम आचार्य का कहना है कि वायु परीक्षण के समय उत्तरमुखी हवा चलने का यह संकेत है कि इस बार मानसून में अच्छी बारिश होगी और फसल भी भरपूर होगी. उनका कहना है कि हमारी अर्थव्यवस्था में कृषि का अहम योगदान है. इसलिए फसल अच्छी होने से अर्थव्यवस्था के बाकि क्षेत्रों को भी फायदा होने की उम्मीद है.
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इस मौके पर ऋषिराज शर्मा, सरपंच भंवरलाल मेघवाल, महंत रामदयाल वैष्णव, शांतिस्वरूप सोनी, मकराना भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष घनश्याम सोनी, बोरावड़ मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा और व्याख्याता रामगोपाल लखारा आदि मौजूद थे.