नागौर. अजमेर संभागीय आयुक्त एल.एन. मीणा बुधवार को दूसरे दिन भी जिले के दौरे पर रहे. ताऊसर के बंजारा प्रकरण की जांच के सवाल पर पत्रकारों से बातचीत में संभागीय आयुक्त ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है. सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा नागौर कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन के बाद अब ताऊसर के बंजारा समाज के गोचर भूमि पर अतिक्रमण मामले में तीन बिंदुओं के आधार पर जांच चल रही है.
उन्होंने बताया कि जांच के लिए सरकार से आग्रह करके समय बढ़ाया गया है. जिला पुलिस प्रशासन उपखंड अधिकारी और सीईओ एससी-एसटी सेल की अतिक्रमण हटाने के दौरान क्या भूमिका रही, इसकी जांच जारी है.
यह भी पढे़ं. गहलोत 'राज' 1 साल: कैसा रहा बेरोजगारों के लिए ये साल...
उन्होंने जानकारी दी कि मामले से संबंधित कई अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान लिए गए हैं. कलेक्टर और एसपी से मामले का रिकॉर्ड प्राप्त कर लिया है, जांच लगभग पूर्ण होने को है. अब इसको फाइनल रूप देकर जल्द ही सरकार को जांच की रिपोर्ट भेज देंगे. वहीं बंजारों के पुनर्वास की बात पर उन्होंने बताया कि पुनर्वास का मुद्दा उनके पास नहीं है, यह कलेक्टर और सरकार के बीच का मामला है.
बता दें कि 2 दिन के दौरान संभागीय आयुक्त ने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित विभिन्न कार्यालयों, कलक्ट्रेट, जिला परिषद, कोषागृह, रसद विभाग कार्यालयों का निरीक्षण किया. राजस्व संबंधी मामलों की पत्रावलियों की गहनता से जांच की, जिसमें कमी पाई जाने पर समाधान के निर्देश दिए.
यह भी पढे़ं. 31 मार्च से प्रदेश में बंद होगा भामाशाह कार्ड, जन आधार कार्ड लेगा उसकी जगह
वहीं जिन पत्रावली राजस्व मामलों में संदेह नजर आया, उन पत्रावलियों को जांच के दायरे में रख लिया है, जिन्हें आगामी दिनों में नोटिस जारी किए जाएंगे. वहीं निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव सीईओ जिला परिषद जवाहर चौधरी सहित अधिकारी साथ रहे.