नागौर. निर्वाचन आयोग ने राजस्थान के खींवसर और मंड़ावा में 21 अक्टूबर को उपचुनाव करवाने की घोषणा की है. जिसके साथ ही प्रशासनिक हलके में हलचल तेज हो गई है. सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार से संबंधित सामग्री को हटवाने या ढकवाने की कवायद अधिकारियों ने शुरू कर दी है.
आपको बता दें कि जिले भर में लागू आदर्श आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए भी जिले के सभी एसडीएम को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इसके साथ ही कलेक्टर दिनेश कुमार यादव शाम 6 बजे जिला स्तरीय अधिकारियों की एक बैठक लेंगे. इसी बैठक से वे वीडियो कॉन्फरेंस के माध्यम से ब्लॉक लेवल के अधिकारियों से भी आदर्श आचार संहिता की पालना को लेकर चर्चा करेंगे.
इसके साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के बीच जो गठबंधन देखने को मिला था. वह खींवसर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भी जारी रह सकता है. हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी दोनों ही पार्टियों ने इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की है. इधर कांग्रेस से जुड़े नेताओं ने भी खींवसर उपचुनाव को लेकर दौड़ भाग तेज कर दी है.
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आपको बता दें कि खींवसर से विधानसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल विधायक चुने गए थे. जिन्होंने बाद में अपनी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से नागौर सांसद का चुनाव लड़ा. गठबंधन के कारण भाजपा ने उन्हें समर्थन दिया था. लोकसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल जीत कर संसद पहुंच गए. इसी के कारण खींवसर विधानसभा की सीट खाली हुई और अब उस पर उप चुनाव होने जा रहे हैं.