नागौर. पुलिस एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का भाई रूपेंद्रपाल सिंह और चाचा दामोदर सिंह सहित 4 आरोपी मंगलवार को लाडनूं कोर्ट में चल रहे 12 साल पुराने एक मामले में बरी हो गए. लाडनूं के सिविल एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मंगलवार को यह फैसला सुनाया है. वहीं, सुनवाई के दौरान कोर्ट परिसर छावनी बना रहा. यहां भारी संख्या में पुलिस और क्यूआरटी के जवान तैनात किए गए थे.
बता दें कि आनंदपाल सिंह के भाई रूपेंद्रपाल को दौसा जेल से और चाचा दामोदर को अजमेर जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच लाडनूं लाया गया, जहां कोर्ट में उनकी पेशी हुई. जसवंतगढ़ थाना इलाके के करीब 12 साल पुराने मामले में जिस मामले में मंगलवार को रूपेंद्र और दामोदर को बरी किया गया. जसवंतगढ़ के सरपंच कन्हैयालाल ने दामोदर और रूपेंद्र सहित 6 लोगों के खिलाफ 2007 में उसके साथ मारपीट करने का मामला दर्ज करवाया था. जिनमें से 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि 2 आरोपी अभी भी गिरफ्त से बाहर हैं.
पढ़ें- बांसवाड़ाः 9 हजार की रिश्वत के साथ डॉक्टर पकड़ाया, कोर्ट ने साथी समेत भेजा जेल
न्यायिक मजिस्ट्रेट पवन कुमार बिश्नोई की अदालत ने मंगलवार को फैसला सुनाते हुए आनंदपाल के भाई रूपेन्द्र पाल और चाचा दामोदर सहित 4 आरोपियों को बरी किया है. वहीं, कोर्ट परिसर में डीडवाना वृत्ताधिकारी गणेशाराम, लाडनूं थानाधिकारी मुकुट बिहारी, जसवंतगढ़ थानाधिकारी सुमन चौधरी के अलावा भारी संख्या में पुलिस और क्यूआरटी के जवान तैनात रहे.