नागौर. जिले में बीते साल 2019 के अगस्त महीने में नर्सिंग कॉलेज में एक नर्सिंग छात्रा की मौत से पूरे जिले में सनसनी फैल गई थी. उस समय पूरे प्रदेश तक इस मामले की चर्चा हुई थी. इस बहुचर्चित मामले में आखिरकार नागौर की कोतवाली थाना पुलिस को 18 महीने के बाद कामयाबी मिली है और पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी पांचौड़ी थाना इलाके के अणदोलाव निवासी राजेन्द्र और उसके भाई अनिल को गिरफ्तार किया गया है. उस समय हुए बवाल के बाद मामले की जांच सीआईडी-सीबी अजमेर की ओर से की जा रही थी. सीबी ने दोनों भाईयों को आत्महत्या के अपराध के दुष्प्रेरण का आरोपी माना है. इसके बाद पुलिस ने दोनों भाईयों को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों ने भाई बनकर लड़की के कॉलेज में फोन किया था. इसके बाद उसको टॉर्चर किया और उसकी छवि को खराब करते हुए लड़की को आत्महत्या के लिए उकसाने का भी दोनो पर आरोप है. परिजनों ने छात्रा की हत्या का आरोप लगाया था. मृतका के पिता ने एक षड्यंत्र के तहत छात्रा की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को रिपोर्ट सौंपी थी. आरोप था कि उनकी बेटी कॉलेज में नर्सिंग छात्रा थी. 2 अगस्त 2019 शाम 8 बजे कॉलेज निदेशक के भतीजे ने छात्रा के फोन से कहा कि वह अपने मां से बात करना चाहती है, लेकिन आवाज छात्रा की नहीं थी और किसी और लड़की की थी.
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आधे घंटे बाद उन्होंने अलग नंबर से फोन कर कहा कि छात्रा फांसी लगाने का प्रयास कर रही है. परिजन आने लगे तो भतीजे ने सुबह आने को कहा और फोन काट दिया. कुछ देर बाद फोन कर कहा छात्रा फंदे से लटक गई है. परिजन नागौर पह़ुंचे तो छात्रा का शव मोर्चरी में मिला. छात्रा का फोन देखा तो उसमें से नंबर डिलीट थे. कॉलेज निदेशक और भतीजे ने उक्त घटनाक्रम के बारे में बताया.