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नागौर: प्रवासियों के आने के बाद से बढ़े Corona के मामले, सामने आए 13 नए मरीज

नागौर में गुरुवार को 13 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. इन सभी पॉजिटिव मरीजों में प्रवासी शामिल हैं. साथ ही कोरोना का हॉटस्पॉट बना बासनी गांव अब पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुका है.

राजस्थान की खबर, nagore news
नागौर में सामने आए कोरोना के 13 नए मरीज
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Published : Jun 11, 2020, 12:10 PM IST

नागौर. जिले का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बासनी गांव अब पूरी तरीके से कोरोना मुक्त हो गया है. 6 अप्रैल से लागू कर्फ्यू और जीरो मोबिलिटी आदेश को हटाने और कर्फ्यू में ढील की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया है. नागौर जिला प्रशासन ने कर्फ्यू में छूट देने के संकेत दिए.

नागौर में सामने आए कोरोना के 13 नए मरीज

बता दें कि गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव के 13 नए मामले सामने आए. इन मरीजों मे सभी प्रवासी हैं. नागौर जिले में प्रवासी के आने के बाद बढ़े पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 519 तक पहुंच चुका है. इसके साथ ही 424 मरीज अस्पताल आइसोलेशन से स्वस्थ होकर घर लौटे चुके हैं. नागौर चिकित्सा विभाग ने प्रवासी लोगों के 8 हजार 472 सैंपल लिए जा चुके हैं.

बासनी गाव के पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान सहित सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े जनप्रतिनिधियों ने नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव को ज्ञापन भी सौंपा है. ज्ञापन के जरिए इलाके में लगाए गए कर्फ्यू और जीरो मोबिलिटी आदेश को हटाने और 6 अप्रैल से जारी कर्फ्यू में ढील की मांग की हैं.

वहीं, गुरुवार को जिला प्रशासन ने बासनी गांव में लगे कर्फ्यू में ढील देने के संकेत दिए हैं. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने कहा कि मुंबई से प्रवासियों के आने के बाद नागौर का बासनी गांव का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन गया था, लेकिन प्रशासन ने सख्त कर्फ्यू लागू करने के बाद प्रत्येक घर से एक रैंडम सैंपल लेने के बाद अब कोरोना पर पूरी तरह से काबू पा लिया है.

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जिले में कर्फ्यू लागू

जिला कलेक्टर ने बताया कि काफी दिनों से बासनी कस्बे में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बांसनी गांव में छूट दी जा सकती है. नागौर जिले में अब कोरोना से संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं. नागौर में सामने आने वाले मरीजों में सभी प्रवासी है. नागौर जिले में गुरुवार को 13 कोरोना से संक्रमित मरीज सामने आए हैं. जिसके बाद जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 519 तक पहुंच चुका है.

पढ़ें- शर्मनाक! चचेरी बहन का नहाते हुए बनाया Video, फिर 6 साल तक किया शोषण

ऐसे में अब नागौर जिले में प्रवासी लोगों पर प्रशासन पूरी नजर बनाए हुए है. सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रखा गया है. नागौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सूकुमार कश्यप ने मीडिया से कहा कि नागौर का मॉडल पूरे देश में अलग पहचान रखता है. जिस तरह बासनी गांव की जनता ने कोरोना की जंग को जीता वो काबिले तारीफ है.

बता दें कि बासनी ग्रामपंचायत में 246, नागौर तहसील से 52, मूंडवा में 5, जायल में 26, रिया में 34, डेगाना में 7, मेड़ता में 25, परबतसर में 27, कुचामन में 16, मकराना में 32, लाडनूं में 23, डीडवाना में 26 कोरोना से संक्रमित मरीज अब तक सामने आ चुके हैं. नागौर जिले में अब तक 16 हजार 651 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें से 15 हजार 551 की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हो चुकी है. नागौर चिकित्सा विभाग ने प्रवासी लोगों के 8 हजार 472 सैंपल लिए जा चुके हैं.

नागौर. जिले का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बासनी गांव अब पूरी तरीके से कोरोना मुक्त हो गया है. 6 अप्रैल से लागू कर्फ्यू और जीरो मोबिलिटी आदेश को हटाने और कर्फ्यू में ढील की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया है. नागौर जिला प्रशासन ने कर्फ्यू में छूट देने के संकेत दिए.

नागौर में सामने आए कोरोना के 13 नए मरीज

बता दें कि गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव के 13 नए मामले सामने आए. इन मरीजों मे सभी प्रवासी हैं. नागौर जिले में प्रवासी के आने के बाद बढ़े पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 519 तक पहुंच चुका है. इसके साथ ही 424 मरीज अस्पताल आइसोलेशन से स्वस्थ होकर घर लौटे चुके हैं. नागौर चिकित्सा विभाग ने प्रवासी लोगों के 8 हजार 472 सैंपल लिए जा चुके हैं.

बासनी गाव के पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान सहित सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े जनप्रतिनिधियों ने नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव को ज्ञापन भी सौंपा है. ज्ञापन के जरिए इलाके में लगाए गए कर्फ्यू और जीरो मोबिलिटी आदेश को हटाने और 6 अप्रैल से जारी कर्फ्यू में ढील की मांग की हैं.

वहीं, गुरुवार को जिला प्रशासन ने बासनी गांव में लगे कर्फ्यू में ढील देने के संकेत दिए हैं. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने कहा कि मुंबई से प्रवासियों के आने के बाद नागौर का बासनी गांव का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन गया था, लेकिन प्रशासन ने सख्त कर्फ्यू लागू करने के बाद प्रत्येक घर से एक रैंडम सैंपल लेने के बाद अब कोरोना पर पूरी तरह से काबू पा लिया है.

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जिले में कर्फ्यू लागू

जिला कलेक्टर ने बताया कि काफी दिनों से बासनी कस्बे में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बांसनी गांव में छूट दी जा सकती है. नागौर जिले में अब कोरोना से संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं. नागौर में सामने आने वाले मरीजों में सभी प्रवासी है. नागौर जिले में गुरुवार को 13 कोरोना से संक्रमित मरीज सामने आए हैं. जिसके बाद जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 519 तक पहुंच चुका है.

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ऐसे में अब नागौर जिले में प्रवासी लोगों पर प्रशासन पूरी नजर बनाए हुए है. सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रखा गया है. नागौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सूकुमार कश्यप ने मीडिया से कहा कि नागौर का मॉडल पूरे देश में अलग पहचान रखता है. जिस तरह बासनी गांव की जनता ने कोरोना की जंग को जीता वो काबिले तारीफ है.

बता दें कि बासनी ग्रामपंचायत में 246, नागौर तहसील से 52, मूंडवा में 5, जायल में 26, रिया में 34, डेगाना में 7, मेड़ता में 25, परबतसर में 27, कुचामन में 16, मकराना में 32, लाडनूं में 23, डीडवाना में 26 कोरोना से संक्रमित मरीज अब तक सामने आ चुके हैं. नागौर जिले में अब तक 16 हजार 651 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें से 15 हजार 551 की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हो चुकी है. नागौर चिकित्सा विभाग ने प्रवासी लोगों के 8 हजार 472 सैंपल लिए जा चुके हैं.

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