कोटा. शहर के महावीर नगर थाना इलाके के संतोषी नगर में (Kota Crime News) बंद कमरे में फांसी से झूलता हुआ एक युवक का शव मिला, जो कि किराए के मकान में रहता था. शनिवार को दोपहर में बदबू आने के बाद ही मकान मालिक अशोक कुमार प्रजापति को घटना के बारे में पता चल सका. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. काफी प्रयास के बावजूद परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
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पुलिस ने बताया कि युवक राजेंद्र सिंह के बारे में जो जानकारी मिली है उसके हिसाब से वह भीलवाड़ा जिले के हनुमान नगर के नजदीक मोरला का रहने वाला है. उसके पिता दीप सिंह बिजली बोर्ड में भीलवाड़ा जिले में कार्यरत थे और उनकी मृत्यु के बाद उसकी मां को नौकरी मिल गई थी, लेकिन मां की भी मृत्यु हो गई है.
इसके बाद इसका परिवार भीलवाड़ा से पलायन कर गया. केशवपुरा में राजेंद्र की बहन शांति और बहनोई अमर सिंह के रहने की भी जानकारी मिली है, बहनोई यूआईटी में सर्विस करते थे. उसके भी देहांत होने की बात सामने आई है. ऐसे में पुलिस राजेंद्र सिंह के रिश्तेदारों की तलाश में जुटी हुई है. कमरे से पत्नी अनीता और बच्ची हरशु के लिए लिखे गए कई पत्र बरामद हुए हैं. पत्रों में बेटी व पत्नी को याद करते हुए लिखा है कि तुम्हारे पास आने की इच्छा बहुत करती है, लेकिन कैसे आऊं.
आर्थिक तंगी से था परेशान
मकान मालिक का कहना है कि वह बीते एक साल से बेरोजगार था. इसके पहले वह पत्तल दोने का कार्य किया करता था, लेकिन यह बिजनेस भी लगभग बंद जैसा ही हो गया है. जिसके बाद घर पर ही रहता था और करीब 3 से 4 दिनों में ही घर से बाहर निकलता था. वह कहां का रहने वाला था, यह मकान मालिक को भी नहीं पता है.