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खबर का असर: कोटा में बच्चों की मौत पर जागा प्रशासन, अपने-अपने स्तर पर बस्ती की कराई जांच

एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का दमदार असर देखने को मिला है. कोटा में उल्टी-दस्त से तीन बच्चों की मौत की खबर के बाद प्रशासन की आंखें खुल गई हैं. अब नगर निगम, सीएमएचओ की मेडिकल टीम और जलदाय विभाग की टीम हरकत में आ गई है और मौके पर पहुंचकर अपने-अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है.

कोटा समाचार, kota news,kota three childrens died
कोटा में ईटीवी भारत की खबर का असर
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Published : Feb 6, 2020, 6:56 PM IST

कोटा. शहर के जेके लोन अस्पताल में नवजात शिशुओं की मौत के बाद एक बार फिर कोटा में दहशत का माहौल पैदा हो गया. यहां की दादाबाड़ी स्थित उड़िया बस्ती में उल्टी-दस्त बच्चों की मौत से हो रही थी, जिसकी खबर दिखाने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और बस्ती में जाकर पानी के सेंपल जुटाए. बता दें कि पिछले सप्ताह उल्टी दस्त से तीन बच्चों की मौत हो गई थी. इसके बाद नगर निगम, सीएमएचओ की मेडिकल टीम और जलदाय विभाग की टीमें मौके पर पहुंची और अपने-अपने स्तर पर जांच शुरू की.

कोटा में ईटीवी भारत की खबर का असर

वहीं हाड़ौती विकास मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र सांखला व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचकर अधिकारियों को बस्ती में साफ सफाई को लेकर बातचीत की. इस दौरान नगर निगम की टीम ने जेसीबी की सहायता से बस्ती से गुजर रहे नाले की सफाई शुरू की.

पढ़ें- कोटा में फिर दहशत, दादाबाड़ी बस्ती में उल्टी दस्त से मर रहे बच्चे, सप्ताह में तीन मौतें

ईटीवी भारत की खबर का दमदार असर
दरअसल, प्रशासन के एक्शन के आने के पीछे ईटीवी भारत की खबर का असर है. क्योंकि बच्चों की मौत की खबर के बाद स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने जिला प्रशासन और निगम प्रशासन को सतर्क किया और उसके बाद अधिकारियों के दल को बस्ती का मुआयना करने के लिए भेजा गया. तीनों विभागों की टीम ने बस्ती का निरीक्षण किया. वहीं नगर निगम की ओर से सफाई अभियान शुरू कराया गया, यहां तक की जेसीबी की सहायता से नालों की सफाई करवाई गई.

कोटा समाचार, kota news,kota three childrens died
सेंपल लेती जांच टीम

इस दौरान हाड़ौती विकास मोर्चा के राजेन्द्र सांखला ने बताया कि बच्चों की मौत के बाद मेडिकल नहीं कराने से बीमारी का पता नहीं चल पाया, हालांकि मेडिकल की टीम जांच कर रही है, वहीं पानी के सेम्पल सही पाए गए है. उन्होंने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बस्ती में नियमित सफाई कराई जाए, अगर भविष्य में सफाई नहीं होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ उच्च स्तरीय कार्रवाई करवाई जाएगी.

पढ़ें- Exclusive: ईटीवी पर बोले चिकित्सा मंत्री, कहा- अप्रैल में मेडिकल कॉलेज का होगा भूमि पूजन, आने वाले बजट में अलवर को मिलेगी कई सौगातें

जलदाय विभाग ने लिए सेम्पल सही मिले
जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता नरेश गौतम ने बताया कि बुधवार को भी बस्ती में पानी के सेम्पल लिए थेस वह जांच में सही पाए गए हैं और गुरुवार को भी सेम्पल लिए है. उनकी भी जांच की जा रही है.

कोटा नगर निगम ने कराया नाला साफ
बस्ती में महामारी के फैलने की आशंका को देखते हुए नगर निगम के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और दो जेसीबी मशीन की सहायता से बस्ती से गुजर रहे नाले की सफाई करवाई. वहीं बस्ती के अंदर भी साफ सफाई करवाई गई. इस पर उपायुक्त नगर निगम ने कहा कि सूचना पर तुरंत बस्ती में पहुंचे और वहां के निरीक्षण कर साफ सफाई करवाई जा रही है. बस्ती में से गुजर रहे नाले की भी सफाई करवाई गई और यह सफाई नियमित रखी जाएगी.

कोटा समाचार, kota news,kota three childrens died
नाले का सफाई कार्य शुरू

पढ़ें- यहां इलाज से पहले देखी जाती है मरीज की कुंडली...जानिए, पूरी खबर

उधर, मेडिकल टीम भी घर-घर जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है, टीम ने बच्चों की जांच की और पता लगाने की कोशिश की आखिरकार बच्चों की मौत के पीछे क्या कारण रहा.

कोटा. शहर के जेके लोन अस्पताल में नवजात शिशुओं की मौत के बाद एक बार फिर कोटा में दहशत का माहौल पैदा हो गया. यहां की दादाबाड़ी स्थित उड़िया बस्ती में उल्टी-दस्त बच्चों की मौत से हो रही थी, जिसकी खबर दिखाने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और बस्ती में जाकर पानी के सेंपल जुटाए. बता दें कि पिछले सप्ताह उल्टी दस्त से तीन बच्चों की मौत हो गई थी. इसके बाद नगर निगम, सीएमएचओ की मेडिकल टीम और जलदाय विभाग की टीमें मौके पर पहुंची और अपने-अपने स्तर पर जांच शुरू की.

कोटा में ईटीवी भारत की खबर का असर

वहीं हाड़ौती विकास मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र सांखला व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचकर अधिकारियों को बस्ती में साफ सफाई को लेकर बातचीत की. इस दौरान नगर निगम की टीम ने जेसीबी की सहायता से बस्ती से गुजर रहे नाले की सफाई शुरू की.

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ईटीवी भारत की खबर का दमदार असर
दरअसल, प्रशासन के एक्शन के आने के पीछे ईटीवी भारत की खबर का असर है. क्योंकि बच्चों की मौत की खबर के बाद स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने जिला प्रशासन और निगम प्रशासन को सतर्क किया और उसके बाद अधिकारियों के दल को बस्ती का मुआयना करने के लिए भेजा गया. तीनों विभागों की टीम ने बस्ती का निरीक्षण किया. वहीं नगर निगम की ओर से सफाई अभियान शुरू कराया गया, यहां तक की जेसीबी की सहायता से नालों की सफाई करवाई गई.

कोटा समाचार, kota news,kota three childrens died
सेंपल लेती जांच टीम

इस दौरान हाड़ौती विकास मोर्चा के राजेन्द्र सांखला ने बताया कि बच्चों की मौत के बाद मेडिकल नहीं कराने से बीमारी का पता नहीं चल पाया, हालांकि मेडिकल की टीम जांच कर रही है, वहीं पानी के सेम्पल सही पाए गए है. उन्होंने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बस्ती में नियमित सफाई कराई जाए, अगर भविष्य में सफाई नहीं होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ उच्च स्तरीय कार्रवाई करवाई जाएगी.

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जलदाय विभाग ने लिए सेम्पल सही मिले
जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता नरेश गौतम ने बताया कि बुधवार को भी बस्ती में पानी के सेम्पल लिए थेस वह जांच में सही पाए गए हैं और गुरुवार को भी सेम्पल लिए है. उनकी भी जांच की जा रही है.

कोटा नगर निगम ने कराया नाला साफ
बस्ती में महामारी के फैलने की आशंका को देखते हुए नगर निगम के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और दो जेसीबी मशीन की सहायता से बस्ती से गुजर रहे नाले की सफाई करवाई. वहीं बस्ती के अंदर भी साफ सफाई करवाई गई. इस पर उपायुक्त नगर निगम ने कहा कि सूचना पर तुरंत बस्ती में पहुंचे और वहां के निरीक्षण कर साफ सफाई करवाई जा रही है. बस्ती में से गुजर रहे नाले की भी सफाई करवाई गई और यह सफाई नियमित रखी जाएगी.

कोटा समाचार, kota news,kota three childrens died
नाले का सफाई कार्य शुरू

पढ़ें- यहां इलाज से पहले देखी जाती है मरीज की कुंडली...जानिए, पूरी खबर

उधर, मेडिकल टीम भी घर-घर जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है, टीम ने बच्चों की जांच की और पता लगाने की कोशिश की आखिरकार बच्चों की मौत के पीछे क्या कारण रहा.

Intro:खबर का असर:-दादाबाड़ी उड़िया बस्ती में बच्चो की मौत पर जागा प्रशासन,अपने अपने स्तर पर बस्ती की कराई जांचे
कोटा के दादाबाड़ी स्थित उड़िया बस्ती में पिछले सप्ताह उल्टी दस्त से तीन बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद, नगर निगम, सीएमएचओ की मेडिकल टीम व जलदाय विभाग की टीमें मोके पर पहुचकर अपने अपने स्तर पर जांच शुरू की।वही हाड़ौती विकास मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र सांखला व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौके पर पहुच कर अधिकारियों को बस्ती में साफ सफाई के निर्देश दिए।नगर निगम की टीमो ने जेसीबी की सहायता से बस्ती से गुजर रहे नाले की सफाई शुरू की।
Body:दादाबाड़ी इलाके स्थित उड़िया कच्ची बस्ती में 3 बच्चों की मौत के बाद इटीवी भारत ने जो खबर प्रकाशित की उसका खासा असर हुआ है बच्चो की मौत की खबर के बाद स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने जिला प्रशासन और निगम प्रशासन को सतर्क किया और उसके बाद अधिकारियों का दल को बस्ती का मुआयना करने के लिए भेजा गया।सभी तीनो विभागों में शामिल तोर पर बस्ती का निरीक्षण किया वहीं नगर निगम की ओर से सफाई अभियान शुरू कराया गया जेसीबी मशीनसे नालों की सफाई करवाई।हाड़ौती विकास मोर्चा के राजेन्द्र सांखला ने कहा कि बच्चो की मौत के बाद मेडिकल नही कराने से बीमारी का पता नही चल पाया।मेडिकल की टीम जांच कर रही है।पानी के सेम्पल सही पाए गए है।नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बस्ती में नियमित सफाई कराई जाए।उन्होंने कहा कि भविष्य में सफाई नही होती है तो सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ उच्च स्तरीय कार्यवाही करवाई जाएगी।
जलदाय विभाग ने लिए सेम्पल सही पाये:-
जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता नरेश गौतम ने बताया कि बुधवार को भी बस्ती में पानी के सेम्पल लिये थे वह जांच में सही पाए गए हैं और आज भी सेम्पल लिए है उनकी भी जांच की जा रही है।
नगर निगम ने कराया नाला साफ:-
बस्ती में महामारी के फैलने की आशंका को देखते हुए नगर निगम के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और दो जैसे भाइयों की सहायता से बस्ती से गुजर रहे नाले की सफाई करवाई वही बस्ती के अंदर भी साफ सफाई करवाई गई इस पर उपायुक्त नेम कहा कि सूचना पर तुरंत बस्ती में पहुंचे और वहां के निरीक्षण कर साफ सफाई करवाई जा रही है बस्ती में से गुजर रहा नाले की भी सफाई करवाई गई और यह सफाई नियमित रखी जाएगी।
Conclusion:चिकित्सा टीम ने घर-घर जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच भी की टीम ने बच्चों के संबंधी दस्तावेज उनकी जांच की और पता लगाने की कोशिश की आखिरकार बच्चों की मौत के पीछे क्या कारण रहा।
बाईट-राजेन्द्र सांखला, अध्यक्ष, हाड़ौती विकास मोर्चा
बाईट-अशोक त्यागी, उपायुक्त नगर निगम
बाईट-नरेश गौतम, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग
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