रामगंजमंडी (कोटा). अनंतपुरा थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाले अलनिया बाईपास पर तीन दिन पहले ही वन विभाग द्वारा बिना सूचना के अतिक्रमण तोड़ा गया था. वन विभाग की अतिक्रमण कार्रवाई में बाईपास पर बने ढाबों को तोड़ा गया. वहीं वन विभाग द्वारा की गई अतिक्रमण कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को ग्रामीणों ने आलनिया से निकल रहे फोरलेन पर बैठ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया.
वहीं फोरलेन पर दोनों तरफ से जाम करने के बाद वाहनों की लंबी कतारे लग गई. सूचना पर अनंतपुरा थाना अधिकारी मय जाप्ता मौके पर पहुंचे. वहीं फोरलेन सड़क पर पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत के नेतृत्व में ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर हंगामा किया और मुख्य सड़क पर पत्थर डालकर चक्का जाम कर दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने भी वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश जताते हुए चेतावनी दी कि अब अगर वह विभाग के द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई की गई तो ठीक नहीं होगा.
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मौके पर पहुंची अनंतपुरा थाना पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद लोगों को समझाया, लेकिन हंगामा बढ़ता गया. ग्रामीणों द्वारा पुलिसकर्मियों के बीच भी जमकर कहासुनी हुई और हंगामा हुआ. इसी दौरान ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने के लिए अड़ गए. करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने समझाइश कर जाम खुलवाया और यातायात को सुचारू करवाया.
वहीं ढाबा संचालक और ग्रामीणों ने बताया कि एक तरफ कोरोना वायरस से लगे लॉकडाउन में तीन माह से घर पर बैठे हैं. जैसे ढाबे को चलाना शुरू किया तो वन विभाग ने तुड़वा दिया. ऐसे में सभी का रोजगार तक छिन लिया. यही नहीं वन विभाग ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान तक को तोड़ दिया.
वहीं पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि वन विभाग वालों ने कई परिवारों को बेरोजगार कर दिया. विभाग किसी प्रभावशाली व्यक्ति की इस मार्ग पर मिडवे खुलवाना चाह रहा है. अगर अतिक्रमण ही तोड़ना है तो क्षेत्र में कई फैक्ट्रियों ने अवैध जमीन पर कब्जा कर रखा है, उनको तोड़ नहीं सकते. गरीबों को बेरोजगार किया. वहीं विधायक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वन विभाग अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.