कोटा. जिले में जहां एक तरफ तेजी से कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ता चला जा रहा है, तो वहीं डेडिकेटेट कोविड सेंटर में रविवार देर रात को ऑक्सीजन प्लांट के इमरजेंसी पैनल में मात्र एक ही सिलेंडर रह गया. इसके चलते संकट की स्थिति बन गई और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. आनन-फानन में नए अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवा कर गंभीर संकट को टाला गया.
कोटा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कोरोना संक्रमण के लिए डेडीकेटेड अस्पताल बनाया हुआ है. जहां पर मरीजों की संख्या ज्यादा होने से ऑक्सीजन सिलेंडरों की खपत भी बढ़ गई. एसएसबी सेंटर में ज्यादातर कोविड मरीज इमरजेंसी आईसीयू और वेंटिनेटर पर भर्ती हैं.
अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही के चलते इमरजेंसी और वेंटीलेकर पर भर्ती मरीजों की जान पर बन आई. वहीं अब ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी की बात भी लगातार सामने आ रही है. वहीं सोशल मीडिया पर सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का एक वीडियो वायरल हुआ. जिसमें सोमवार अलसुबह एसएसबी ब्लाक के ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत बताई गई है. उस समय 16-16 सिलेंडर के दो ब्लॉक पूरी तरह से खाली दिखाई दे रहे थे.
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यहां मात्र एक इमरजेंसी पैनल से ऑक्सीजन की सप्लाई दी जा रही थी. उसमें भी काफी कम सिलेंडर लगे हुए थे. रात साढ़े 8 बजे तक इमरजेंसी के 10 पैनल में से 9 पैनल में सिलेंडर खत्म हो चुके थे. केवल एक ही सिलेंडर से भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही थी.
इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन को मिली तो हाथ पांव फूल गए. पांच ने अस्पताल के प्लांट से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाए गए और संकट को टाला गया बाद में करीब 10:00 बजे सप्लाई की गाड़ियां सीजन सिलेंडर लेकर पहुंची उसके बाद राहत की सांस मिली