कोटा. नर्सिंग संस्थान नीट यूजी 2021 (NEET UG 2021) के स्कोर के आधार पर प्रवेश देने और नहीं देने के लिए स्वतंत्र हैं. इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने इसके लिए स्पष्टीकरण जारी किया है. जिसमें उन्होंने बताया कि संस्थान नीट यूजी 2021 के स्कोर के आधार पर प्रवेश दे सकते हैं या अपनी नीति के अनुसार प्रवेश दे सकते हैं.
जिप्मेर पुडुचेरी (JIPMER), आईएमएस बीएचयू (IMS BHU), गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, जीजीएसआईपीयू नई दिल्ली और दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध संस्थान सम्मिलित हैं. इन घोषित संस्थानों के अलावा अन्य संस्थान नीट यूजी 2021 के आधार पर बीएससी नर्सिंग कोर्सेज में प्रवेश देने और नहीं देने के लिए स्वतंत्र हैं.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि इंडियन नर्सिंग काउंसिल (Indian Nursing Council) को निजी नर्सिंग संस्थान और नर्सिंग परीक्षार्थियों की कई 'क्वेरीज' लिखित में भेजी गई. इन सभी क्वेरीज' पर स्पष्ट किया गया है. जिसमें बताया गया कि इंडियन नर्सिंग काउंसिल से संबद्ध संस्थान बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) पाठ्यक्रमों में प्रवेश (admission in Bsc nursing) के लिए नीट-यूजी का स्कोर उपयोग में ले सकते हैं लेकिन उनके लिए नीट यूजी स्कोर का उपयोग करना 'मैंडेटरी' नहीं है.
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नीट यूजी के स्कोर के आधार पर ही प्रवेश देना नर्सिंग संस्थानों के लिए बाध्यता नहीं है. नर्सिंग संस्थान अपनी व्यवस्था के तहत नियमानुसार बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) कोर्सेज में प्रवेश दे सकते हैं.
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देव शर्मा ने बताया कि जिप्मेर पुडुचेरी, आईएमएस बीएचयू, गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, जीजीएसआईपीयू नई दिल्ली और दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध संस्थान सम्मिलित हैं. इन घोषित संस्थानों के अलावा अन्य संस्थान नीट के आधार पर बीएससी नर्सिंग कोर्सेज में प्रवेश देने और नहीं देने के लिए स्वतंत्र हैं.
मेरिट आधार हो तो स्टूडेंट को फायदा लेकिन अधिकांश विद्यार्थी नहीं देते नीट यूजी
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का कहना है कि नर्सिंग-संस्थानों के नीट के आधार पर बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) कोर्सेज में प्रवेश देने से कतराना उनकी मंशा पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाता है. उत्तर भारत में नर्सिंग संस्थानों में अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी ही प्रवेश लेते हैं. जिससे वे भविष्य में जीविकोपार्जन कर सकें. यह सभी विद्यार्थी कैसे भी नर्सिंग संस्थानों में प्रवेश के इच्छुक होते हैं.
ऐसे में निजी नर्सिंग संस्थान नियमों से अनभिज्ञ विद्यार्थियों से मनमानी वसूली करते हैं. यदि प्रवेश नीट यूजी 2021 की मेरिट सूची के आधार पर दिया जाए तो यह मनमानी वसूली रोकी जा सकती है. वहीं नर्सिंग कॉलेजों के पक्ष में भी एक बात है कि अधिकांश स्टूडेंट्स नीट यूजी के परीक्षा भी नहीं देते हैं. ऐसे में वे नीट यूजी के आधार पर प्रवेश होगा तो नर्सिंग कॉलेजों में एडमिशन नहीं ले पाएंगे.