कोटा. जिले के एमबीएस अस्पताल में ब्लैक फंगस वार्ड में भर्ती तीन मरीजों की आज मौत हो गई है. इसमें एक मृतक के परिजनों ने हंगामा कर दिया. आज ही मरीज का ऑपरेशन ब्लैक फंगस का संदिग्ध होने के कारण किया गया था. उसे जैसे ही वार्ड में शिफ्ट किया गया, कुछ देर बाद ही उसने दम तोड़ दिया. चिकित्सकों का कहना है कि मरीज पहले से ही डायबिटीज का शिकार था और उसकी स्थिति गंभीर थी. वहीं मृत मरीज के परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन में एक्सपर्ट चिकित्सकों की जगह अनट्रेंड चिकित्सकों की टीम थी.
जानकारी के निवासी बारां के छबड़ा निवासी ओम प्रकाश साहू को परिजनों ने साइनस की शिकायत होने पर एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया था. यहां पर चिकित्सकों ने उसमें ब्लैक फंगस संक्रमण बताया जिसके बाद उनका उपचार शुरू कर दिया. आज दोपहर 2:00 बजे ऑपरेशन के लिए थियेटर में ले गए थे. मरीज ओमप्रकाश के परिजन विनोद साहू का आरोप है कि चिकित्सकों की टीम अनट्रेंड थी. मरीज को 4:00 बजे कि वार्ड में शिफ्ट कर दिया जहां पर जो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाया था, वह भी काम नहीं कर रहा था.
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आरोप है कि ऐसा लग रहा है कि मरीज की ऑपरेशन थिएटर में ही मौत हो गई थी. हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची जिन्होंने कि परिजनों से समझाइश की और उसके वे मरीज के शव को लेकर रवाना हो गए. हालांकि चिकित्सकों ने बताया कि मरीज सीरियस था, तभी उसका ऑपरेशन किया गया था. कोविड के बाद उसे ब्लैक फंगस संक्रमण हो गया था. मरीज को डायबिटीज होने से इम्युनिटी कम थी. पुलिस ने परिजनों से कहा कि ओमप्रकाश के परिजनों को लगता है कि चिकित्सकों ने इलाज में लापरवाही बरती है तो वह शिकायत पुलिस को दे सकते हैं.
अस्पताल में आज 3 मरीजों की मौत, अब तक 17 मौतें
ब्लैक फंगस इन्फेक्शन से पीड़ित और संदिग्ध अब तक एमबीएस अस्पताल में करीब 125 मरीज आ चुके हैं. इनमें से 90 मरीज एमबीएस अस्पताल में भर्ती हुए हैं जिनमें से 48 वर्षीय पुरुष, 45 वर्षीय महिला और 65 वर्षीय वृद्धा की मौत 24 घंटे में हुई है. इन्हें मिलाकर अब तक 17 मरीजों की मौत अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है.