कोटा. बोरखेड़ा थाना इलाके की देवाशीष सिटी में हुए टाइल ठेकेदार की हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपी को पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी 7 फरवरी से ही फरार चल रहा था. जिसकी तलाश में कई टीमें पुलिस ने गठित की थी, जो लगातार दबिश भी दे रही थी. हालांकि आरोपी घटना के बाद से ही फरार हो गया था.
जानकारी के अनुसार बोरखेड़ा थाना इलाके की देवाशीष सिटी में टाइल ठेकेदार के रूप में काम करने वाले करौली निवासी मनीष शर्मा की हत्या सेल्स मैनेजर मनीष अग्रवाल ने कर दी थी. इस मामले का पूरा खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन ने बताया कि घटना के बाद ही मनीष अग्रवाल अपनी गाड़ी को लेकर बूंदी, टोंक, जयपुर, अलवर व गुड़गांव होते हुए दिल्ली एनसीआर से पलवल हरियाणा के मेवात इलाके में पहुंच गया था.
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पुलिस ने बताया कि आरोपी ने कोटा से जाते समय लालसोट दौसा मार्ग को अपनाया था. एडिशनल एसपी ने बताया कि गिरफ्तारी के लिए हमने टीमें गठित की हुई थी. जिनमें एक टीम को हरियाणा भेजा हुआ था, लेकिन वहां पर यह मिल नहीं रहा था. ऐसे में दूसरी टीम को भी भेजा गया और उन्होंने तकनीकी सहायता से इसे हरियाणा के फिरोजपुर झिरका जिला नूंह से गिरफ्तार किया है. जिसके बाद कोटा लाया गया.
जैन ने बताया कि आरोपी ने मोबाइल का उपयोग नहीं किया. इसके अलावा उसकी पत्नी भी कोटा में नहीं थी. पुलिस ने उसकी मोबाइल की लोकेशन भी कई बार ट्रेस की लेकिन मोबाइल कोटा में वारदात के बाद ही बंद कर दिया गया था. साथ ही उसने अपने किसी परिचित से भी संपर्क नहीं किया.
क्लाइंट के आने पर हो रहे डिस्टरबेंस से जताई थी आपत्ति
देवाशीष सिटी में क्लाइंट मकान को देखने के लिए आया था. इसी दौरान पास के फ्लैट में टाइल का कार्य चल रहा था. मनीष अग्रवाल ने मनीष शर्मा से कार्य बंद करने के लिए कहा था, लेकिन उसने कार्य बंद नहीं किया. इस बात को लेकर दोनों में पहले कहासुनी हो गई थी. बाद में मनीष अग्रवाल ने ही मनीष शर्मा को कार से टक्कर मारी और चाकू से उसकी हत्या कर दी.