कोटा. जिले में तीन दिवसीय चंबल बायोडायवर्सिटी फेस्टिवल की शुरूआत हुई है. इसमें कोटा के किशोर सागर तालाब की पाल पर भी शनिवार को फ्लावर शो शुरू हुआ. इस फेस्टिवल में पहले ही दिन भीड़ नजर आई. जिसमें विजिटर्स में शामिल युवाओं और छात्राओं के चेहरे खिलखिलाते हुए फूलों को देखकर मुस्कुरा उठे.
5 से 40 साल तक की उम्र के पौधे
प्रदर्शनी में आए लोगों ने बताया, कि इस तरह के इतने फूल उन्होंने एक साथ कभी नहीं देखे हैं. यहां पर अलग-अलग प्रजातियों के फूल हैं और हर फूल खिला हुआ है. प्रदर्शनी में फूलों की अद्भुत कला देख पुष्प प्रेमी मंत्रमुग्ध हैं. अधिकांश स्थानों में जो बोनसाई पौधे लगे हुए हैं, वे 5 से 40 साल तक की उम्र के हैं. इस तरह के करीब 200 से ज्यादा पौधे इस प्रदर्शनी में देखने को मिल रहे हैं.
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हर उम्र के लोग पहुंच रहे प्रदर्शनी में
बायोडायवर्सिटी फ्लावर शो को देखने के लिए हर उम्र के लोग पहुंच रहे हैं. इनमें युवा, बच्चे और वृद्ध भी शामिल हैं. सभी का कहना है, कि इतने सारे फूल उन्होंने एक साथ पहली बार देखे हैं. उन्हें फ्लावर शो के जरिए फूलों और पौधों के बारे में काफी जानकारी भी मिली है. छात्राओं ने कहा, कि इस फ्लावर शो में जो उन्होंने किताबों में पढ़ा था, वह पहली बार देखने को मिला है. जिन फूलों और पौधों को केवल फोटो में देखा था. उन्हें आज असल में भी देखने को मिला है.
बोनसाई के साथ किचन गार्डन और कट फ्लावर भी मौजूद
फेस्टिवल में बोनसाई पौधों की भी अलग-अलग कई स्टॉल लगाई गई हैं. साथ ही विभिन्न प्रजाति के छोटे-छोटे पेड़ पौधे भी गमलों में दिखाई दे रहे हैं. जैविक सब्जियां, किचन गार्डन, कट फ्लावर, रोज फ्लावर के स्टाल भी लोगों को आकर्षित कर रहे हैं. बता दें, कि विभिन्न प्रजाति के औषधि पौधे भी यहां पर स्टाल पर सजाए गए हैं.
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वेस्ट से भी बना दिया बेस्ट कलेक्शन
सीमेंट फैक्ट्री मोडक की ओर से भी फ्लावर शो में अपनी स्टॉल लगाई गई है. जो काफी आकर्षक है, क्योंकि हर वेस्ट चीज से यहां पर बेस्ट कलेक्शन बनाकर तैयार किया गया है. छोटे-छोटे गोल पत्थरों से पूरा झरना और बड़ा गमला तैयार किया गया है. साथ ही वेस्ट टायरों से भी घर में किस तरह से सजावट की जा सकती है, पेड़-पौधे उनमें लगाए जा सकते हैं, यह भी प्रदर्शित किया गया है.
इसके अलावा प्लास्टिक की खाली बोतलों से भी एक बड़ा गमला यहां पर बनाया गया है. बता दें कि यह चंबल बायोडायवर्सिटी फेस्टिवल और फ्लावर शो लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा है.