कोटा. शहर में 20 जुलाई की रात रवि की तीन लोगों ने मिलकर लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. उन्हें शक था कि इलाके में हो रही चोरियों की वारदातों में रवि का हाथ है. वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों में से एक ने ये राज अपने एक साथी के सामने खोल दिया. उसी साथी ने पुलिस के सामने आरोपियों का भांडा फोड़ दिया.
पुलिस के मुताबिक हत्या को दुर्घटना साबित करने के लिए आरोपियों ने रवि के शव को पहले पानी के टांके में डाला, बाद में एक नाले में फेंक दिया था. अनंतपुरा थाना अधिकारी पुष्पेंद्र झाझड़िया ने बताया कि 20 जुलाई की रात हरिओम नगर निवासी रवि उर्फ राजू की देवेंद्र, शंभू सिंह और राधेश्याम ने हत्या कर दी थी. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
ये है हत्या की असल कहानी
पुलिस के मुताबिक आरोपियों में से एक शम्भू सिंह रोड नंबर 5 पर एक फैक्ट्री में चौकीदारी करता था. जबकि रवि पास के एक मंदिर में रहता था. नशे का आदी रवि आस-पास के इलाकों में छोटी-मोटी चोरियां करता था. रवि चोरी की नियत से एक बाड़े में घुसा था, जहां आरोपियों ने उसे पकड़ लिया. वे उसे शम्भू सिंह के नोहरे में लेकर गए और वहां रवि से चोरियों के बारे में पूछताछ की. उन्हें शक था कि फैक्ट्री के बाड़ों में होने वाली चोरियां रवि ही करता है. तीनों ने मिलकर रवि को लाठी-सरियों से पीटा और उसे वहीं बांधकर चले गए.
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सुबह जब उन्होंने रवि को संभाला तो वह मर चुका था. आरोपी इससे घबरा गए और उन्होंने रवि के शव को पहले वहीं एक टांके में डाला, बाद में निकाल कर नाले में फेंक आए. आरोपियों ने सोचा था कि रवि की शराब की लत के कारण सबको यही लगेगा कि शराब पीकर रवि नाले में गिरकर मर गया. लेकिन एक आरोपी देवेंद्र ने अपनी साथी राहुल के सामने इस राज को जाहिर कर दिया. राहुल ने सूचना पुलिस को दे दी.
हत्या के इस मामले में पुलिस ने पहले लाश को बरामद किया, बाद में आरोपियों की तलाश की तो वे गायब मिले. इससे शक यकीन में बदल गया. पुलिस ने आखिरकार रवि के हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया.