कोटा. कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण आपात स्थितियों ने अब शिक्षा भी प्रभावित हो रही है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कोविड-19 से बचाव को देखते हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने मई जून माह में आयोजित की जाने वाली दसवीं बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी है. वहीं 12वीं बोर्ड की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है.12वीं बोर्ड की परीक्षा के आयोजन पर आगामी 1 जून को निर्णय लिया जाएगा.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्णयों के कारण देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के अप्रैल अटेम्प्ट के आयोजन को लेकर संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है. ये एक्जाम आगामी 27 से 30 अप्रैल के बीच आयोजित होना है. विद्यार्थी और अभिभावक अप्रैल अटेम्पट के आयोजन को लेकर आशांकित हो गए हैं. अफवाहों का बाजार गर्म है और विद्यार्थीयों का ध्यान अचानक पढ़ाई से हट गया है.
दूसरी तरफ असुरक्षा की भावना के बाद अभिभावकों का तर्क है कि विद्यार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन सुरक्षित नहीं है, तो फिर अप्रैल माह में आयोजित की जाने वाली जेईई मेन परीक्षा का आयोजन विद्यार्थियों के लिए कैसे सुरक्षित हो सकता है.
देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए संयम बरतने समय है. किसी भी अवस्था में विद्यार्थियों की सुरक्षा से समझौता संभव नहीं है, लेकिन विद्यार्थी इस समय विचलित हो सकते हैं. ऐसे में अभिभावकों और शिक्षकों का दायित्व बनता है कि विद्यार्थियों को संयम औरधैर्य बरतने की सलाह दें. अनावश्यक चर्चा विद्यार्थियों को विचलित करती है.
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विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें. आपदाओं में भी अवसर की तलाश लेना सफलता की पहली सीढ़ी है. देव शर्मा ने बताया कि 12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए यह विशेष अवसर है. क्योंकि विद्यार्थी अब 12वीं बोर्ड की परीक्षा से जून तक चिंता मुक्त हैं. जिससे वे आसानी से जेईई मेन की परीक्षा पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं. बोर्ड परीक्षाओं के साथ जेईई मेन की तैयारी के दोहरे दबाव से अब परीक्षार्थी पूरी तरह मुक्त हो जाएंगे.