कोटा. शहर के बालाजी आवास बोरखेड़ा निवासी सर्राफा व्यवसायी की मौत हो गई है. दंपती हरिद्वार कुंभ से वापस लौटे थे. इसके बाद इनकी तबीयत खराब थी. जिसमें पति तो कोरोना संक्रमित नहीं थे, लेकिन पत्नी कोविड-19 पॉजिटिव थी. दोनों की 72 घंटे के अंतराल में ही अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है.
जानकारी के अनुसार दोनों हरिद्वार कुंभ में गए थे. जहां से 7 अप्रैल को ही वे वापस लौटे हैं. आने के बाद दोनों की तबीयत खराब हुई. जिसके बाद उन्होंने बोरखेड़ा डिस्पेंसरी में उपचार करवाया. जहां पर कोविड-19 जांच के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए नमूना भी उन्होंने दिया था. इसमें पति तो कोरोना संक्रमित नहीं आया, लेकिन पत्नी कोरोना पॉजिटिव आ गई.
पहले दंपती तबीयत ठीक होने के चलते घर पर ही होम आइसोलेशन में थे. हालांकि पति की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. ऐसे में उन्हें 14 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां पर फेफड़े में संक्रमण के लिए एचआरसीटी स्कैन टेस्ट करवाया जिसमें फेफड़े में संक्रमण काफी ज्यादा मिला.
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वहीं, 16 अप्रैल को उन्होंने उपचार के दौरान अस्पताल में ही दम तोड़ दिया. उसके बाद 18 अप्रैल को उनकी पत्नी की तबीयत भी ज्यादा बिगड़ गई. परिजनों ने उन्हेंं भारत विकास परिषद अस्पताल दादाबाड़ी में भर्ती करवाया. आईसीयू में बेड नहीं मिलने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में शिफ्ट किया गया. जहां पर उनका उपचार आईसीयू में चल रहा था. उनके भी फेफड़े में संक्रमण काफी ज्यादा था.
ऐसे में चार रेमडेसिविर इंजेक्शन उनको लगाएं गए, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ और 20 अप्रैल को उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. दंपत्ति के पुत्र का कहना था कि कुंभ से लौटने के बाद ही लगातार कुछ दिन तो उनके मां पिता की तबीयत ठीक रही, लेकिन बाद में धीरे-धीरे खांसी जुकाम की शिकायत के साथ सांस लेने में तकलीफ भी शुरू हो गई थी.