कोटा. जिले की आदर्श होली संस्था बीते 40 सालों से होली का आयोजन कर रही है. इसके साथ ही संस्था की ओर से विशेष तरह की झांकियां भी बनाई जाती हैं. इस बार राष्ट्रीय मुद्दे में तेलंगाना एनकाउंटर को दर्शाया गया है. जिसमें किस तरह से पीड़िता अपनी स्कूटी लेकर जा रही थी. इसके बाद लोग किसी तरह से पुलिस से मांग कर रहे थे. एनकाउंटर किस तरह से हुआ. इसके अलावा देश कानून में किस तरह से परिवर्तन की मांग कर रहा है. इसे जीवंत दर्शाया गया है.
इसी के साथ कोटा की चंबल नदी को माता के स्वरूप में दिखाया गया है. वहीं मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व और रणथंभौर टाइगर रिजर्व में भी बाघों के शिकार का चित्रण किया गया है. नयापुरा की होली को देखने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी उमड़् रहे हैं. बच्चों में भी हर साल इस झांकी को देखने के लिए क्रेज रहता है. पुलिस का भी अतिरिक्त जाब्ता लगाकर बैरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है, ताकि यहां पर झांकी देखने वाले लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.
आदर्श होली संस्था कोटा के संयोजक राकेश शर्मा राकु का कहना है कि हैदराबाद की घटना को लेकर देश उद्वेलित था और तेलंगाना एनकाउंटर ने जिस तरह से पुलिस पर पहली बार फूल बरसाए, ऐसे में राष्ट्रीय मुद्दे पर हमने उस झांकी को बनाया है. इसके अलावा कोटा की चंबल नदी प्रदूषित हो रही है और उसे बचाने की काफी अपील की जा रही है.
राकेश शर्मा राकु का कहना है कि चंबल से ही कोटा को ऊर्जा मिलती है. कोटा के विकास में भी चंबल नदी ही सहायक रही है. ऐसे में आज जब चंबल को बचाने की जरूरत है. उसके अंदर गिरने वाले 35 नालों को यहां से हटाना चाहिए.
साथ ही उन्होंने कहा कि मुकंदरा में हाल ही में टाइगर रिजर्व बनाया गया है. जहां पर रणथंभौर टाइगर रिजर्व से बाघों को भी लाया गया है. रणथंबोर टाइगर रिजर्व में बाघों के शिकार का एक वीडियो सामने आया है. ऐसी हालत कोटा में नहीं हो, इसकी सुरक्षा पहले से करें. यह संदेश देने के लिए हमने मुकुंदरा और रणथंभौर टाइगर रिजर्व का चित्रण झांकी में किया है.