कोटा. पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत अक्सर अपने बड़बोलेपन के चलते सुर्खियां बटोरते हैं. इस बार वे अपने बड़बोलेपन की वजह से ही कानूनी दांवपेच में फंसते नजर आ रहे हैं. उनकी बढ़ती मुश्किलों की वजह विवादास्पद बोल है, जिसको लेकर नयापुरा थाना पुलिस ने उन्हें शांतिभंग में 6 माह के लिे पाबंद कराने का सम्मन जारी करवाया है.
यह सम्मन लाडपुरा तहसीलदार गजेंद्र सिंह के जरिए जारी हुआ है. जिसे पाबंद करवाने के लिए पुलिसकर्मी भवानी सिंह राजावत के पास भी पहुंचे थे, हालांकि राजावत ने इस सम्मन को नहीं लिया और पुलिसकर्मियों को वापस लौटा दिया है.
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नयापुरा एसएचओ संजय कुमार रॉयल का कहना है कि पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने 23 दिसंबर 2019 को नयापुरा स्थित जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता कोटा जोन के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था. इस दौरान उन्होंने बिजली कार्मिकों के खिलाफ भाषण देते हुए उनके साथ मारपीट और खंभे से बांधने की बात कही थी. इसी संबंध में पूर्व विधायक राजावत को पाबंद करवाया है. जिसके लिए उनके खिलाफ सम्मन जारी हुआ है.
इस मामले में पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत का कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध पूरे देश भर में चल रहा है. लेकिन हम इसके समर्थन में हैं. ऐसे में सम्मन को लागू करना यह बताता है कि पुलिस व प्रशासन डरा हुआ है. कहीं, भवानी सिंह राजावत समर्थन में किसी तरह का कोई विस्फोटक कार्य नहीं कर दे. साथ ही उन्होंने कहा कि वे 40 साल से राजनीति कर रहे हैं. 15 साल जनप्रतिनिधि रह गए हैं, लेकिन इस तरह का जो सम्मन जारी होता है.
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पूर्व विधायक ने कहा कि इस तरह के सम्मन आपराधिक प्रवृत्तियों के लोगों के लिए ही जारी होता है. मैं इस तरह का कोई सम्मन नहीं मानूंगा और आम जनता के लिए हमेशा लड़ाई लड़ता रहूंगा. मैंने पुलिस वालों से यह सम्मन अभी लिया नहीं है. साथ ही उन्हें हिदायत दे दी है कि अपने अधिकारियों को समझाएं कि इस तरह नहीं करें.