कोटा. कोटा जंक्शन पर यात्री ट्रेनों का ज्यादा दबाव है. इसके लिए रेलवे सोगरिया स्टेशन को उपनगरीय स्टेशन के तौर पर तैयार कर रहा है. सोगरिया उपनगर के स्टेशन को हेरिटेज लुक दिया गया है. स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज के साथ-साथ ट्रेनों में पानी भरने का सिस्टम तैयार है. रिपोर्ट देखिये..
पहले स्टेशन पर कोई भी ट्रेन नहीं रुका करती थी. ऐसे में केवल स्टेशन मास्टर का एक रूम था. उसे भी तोड़कर हाई लेवल प्लेटफार्म बनवा दिया गया है. साथ ही वेटिंग रूम के अलावा टिकट विंडो और स्टेशन सुपरिटेंडेंट का कक्ष भी तैयार किया गया है. साथ ही ट्रेनों के संचालन से जुड़े हुए कई रूम बनकर तैयार हैं. मशीनरी भी वहां पर लगाई गई है. नए फुट ओवर ब्रिज का कार्य अंतिम चरण में है. रेलवे स्टेशन के बाहर ही पूरे एरिया को विकसित किया जा रहा है जहां पर पार्किंग बनाई गई है. इसके साथ ही कोच गाइडेंस सिस्टम भी स्टेशन पर लगाया गया है.
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टाइगर रिजर्व, थर्मल और बैराज की झांकी
सोगरिया उपनगरीय स्टेशन पर यात्री प्रतिक्षालय और वीआईपी रूम भी बनेगा. वेटिंग रूम में इतिहास को दर्शाने के लिए आकर्षक चित्र लगाए जा रहे हैं. इसमें रणथंभोर सेंचुरी और मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व, कोटा बैराज, थर्मल प्लांट, ऐतिहासिक दरवाजे, गढ़ और महल शामिल हैं.
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बीना से कोटा आने वाली ट्रेनों में नहीं बदलेगा इंजन
बीना से कोटा होकर सवाई माधोपुर, बूंदी या दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनों में इंजन को रिवर्सल का काम कोटा जंक्शन पर किया जाता है. इसके चलते करीब आधा घंटा स्टेशन पर ही ट्रेनें खड़ी रहती हैं. ऐसे में सोगरिया उपनगरीय स्टेशन पर ट्रेनें सोगरिया से ही दिल्ली, सवाई माधोपुर और बूंदी की तरफ जा सकेंगी. इससे इंजन रिवर्सल के दौरान व्यर्थ जाने वाला समय भी बचेगा.
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सोगरिया से स्टेशन तक बनाई नई सड़क
नए उपनगरीय स्टेशन को सड़क मार्ग से भी अच्छी कनेक्टिविटी दी गई है. साथ ही पूरा सर्कुलेटिंग एरिया भी इजाद किया है. स्टेशन और सड़क बनाने से लेकर पूरे काम में करीब 10 करोड रुपए का खर्च रेलवे करने जा रहा है. यह कार्य रेल विकास निगम लिमिटेड करवा रहा है.
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साप्ताहिक और पैसेंजर ट्रेनों से होगी शुरुआत
रेलवे जल्द ही इस स्टेशन को शुरू करेगा. इसके बाद पहले साप्ताहिक ट्रेनों का ठहराव यहां पर होगा. साथ ही मेल पैसेंजर ट्रेनें यहां पर ठहरेंगी. कोटा जंक्शन की जगह साप्ताहिक और मेल - पैसेंजर ट्रेनें यहीं से रवाना होगी और आकर भी यहीं ठहरेगी. इसके अलावा कोटा से चलने वाली ट्रेनों को भी यहां शुरू किया जा सकता है. क्योंकि यह ट्रेनें प्लेटफार्म पर करीब 30 से 45 मिनट तक खड़ी रहती है. ऐसे में इन्हें यहां से ही शुरू किया जाएगा. उदयपुर - शालीमार, बीकानेर - पुरी, विशाखापट्टनम - भगत की कोठी, भगत की कोठी - अंबावरम, मदार - कोलकाता और अजमेर - संतरागाछी ट्रेन साप्ताहिक ट्रेनें शामिल हैं. इसके अलावा जोधपुर भोपाल ट्रेन सहित आधा दर्जन ट्रेनें शामिल हैं.
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कोटा जंक्शन का दबाव होगा कम
कोटा जंक्शन पर ट्रेनों का काफी दबाव है. साथ ही दिल्ली मुंबई रेल लाइन पर होने से मालवाहक गाड़ियां अभी यहां से ज्यादा गुजरती हैं. ये लगातार बढ़ रही हैं. ऐसे में जंक्शन पर जगह नहीं मिलने के चलते आउटर पर कई गाड़ियां खड़ी रहती हैं. सोगरिया स्टेशन तैयार होने के बाद माल गाड़ियां सीधे निकल सकेंगी. यात्री गाड़ियों को भी कोटा जंक्शन के नजदीक ही दूसरे स्टेशन पर से चलाया जा सकेगा.