कोटा. जिले में शुक्रवार को नाबालिग गैंगरेप पीड़िता से मिलने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य सुभाष पारधी पहुंचे. इस दौरान सर्किट हाउस में केशवरायपाटन की भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल मिलने आई, लेकिन उन्हें बेरंग लौटना पड़ा. मामले को लेकर आयोग सदस्य सुभाष पारधी का कहना है कि वे पीड़िता के परीजनो से बातचीत में व्यस्त थे.
मीडिया से बातचीत करते हुए आयोग सदस्य सुभाष पारधी ने कहा कि सुकेत गैंगरेप देश की सबसे बड़ी घटना है, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह भारत का पहला मामला है, जिसमें 31 बदमाशों ने मिलकर एक नाबालिग बालिका से गैंगरेप किया. इसके साथ ही 6 महीने पहले ऐसी ही घटना घटी थी, जिसमें 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इन दोनों घटनाओं में जो धाराएं लगनी थी, वह सब लग गई है. लेकिन अभी इसकी चार्जशीट दाखिल करने के एसपी को आदेश दिए हैं.
पीड़िता को मुआवजे के बारे में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के केस में 8 लाख 25 हजार का प्रवधान है, जिसमें 4 लाख 12 हजार रुपए पीड़िता के खाते में डाल दिए हैं. चार्जशीट दाखिल होने के बाद में बाकी की रकम पीड़िता को मिल जाएगी. आयोग के सदस्य ने कहा कि इसमे आधा पैसा राज्य सरकार का और आधा पैसा केंद्र सरकार का होता है.
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य सुभाष पारधी ने कहा कि देश मे यह सबसे बड़ी घटना घटित हुई है, जिसमें 31 लोगों की गिरफ्तारियां हुई है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दोबारा नहीं हो इसके लिए राज्य सरकार को कड़े कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस प्रशासन ने गैंगरेप मामले में तुरंत अपराधियों को गिरफ्तार किया है, इस कार्रवाई से संतुष्ट हूं.