कोटा. कोटा से बिहार के बच्चों हो रही वापसी की व्यवस्थाओं में जिला प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली है. सुबह 11 बजे बरौनी-बेगूसराय जाने वाली ट्रेन के लिए प्रशासन की गलत गणना के चलते तय संख्या से ज्यादा बच्चे स्टेशन पहुंच गए.
दरअसल कैलक्यूलेट किए गए कुल बच्चों को जिला प्रशासन की तरफ से एक मैसेज भेजा गया था. लेकिन ट्रेन में वे बच्चे भी बैठे मिले, जिनके पास मैसेज नहीं पहुंचा था. ट्रेन में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए, जितने बच्चों को बैठाया जाना था. उससे कहीं ज्यादा संख्या में बच्चे वहां पहुंच गए.
ट्रेन तय समय से 40 मिनट की देरी से रवाना हुई. जिसमें करीब 1200 बच्चों को बैठाया गया है. अन्य छात्र रेलवे प्लेटफार्म पर बैठे अपनी बारी आने का इंतजार ही करते रह गए. जब इस मामले की जानकारी स्थानीय नेताओं की ओर से लोकसभा सासंद ओम बिरला तक पहुंची, तो उन्होंने इस बारे में रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात कर बाकी बचे बच्चों की रवानगी के लिए दूसरी ट्रेन का इंतजाम किया. यह ट्रेन कोटा से दोपहर 3 से 4 बजे के बीच रवाना होगी. इस बात की जानकरी उन्होंने अपने TWETTER हैंडल से दी है.
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कोटा से बिहार जा रहे विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने की जानकारी मिलने पर रेलमंत्री श्री @piyushgoyal से बात कर एक और ट्रेन की व्यवस्था करवाई है। कोटा-बरौनी (बेगूसराय) के लिए यह ट्रेन आज दोपहर 3 से 4 बजे के बीच रवाना होगी।
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— Lok Sabha Speaker (@loksabhaspeaker) May 3, 2020
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बता दें कि बाकी बचे बच्चों में कुछ बच्चे ऐसे भी थे, जिनके पास मैसेज था, लेकिन वह ट्रेनों में नहीं चल पाए, क्योंकि ट्रेनें पहले से ही फुल हो गई थीं. जिला प्रशासन ने उन बच्चों को ट्रेन से नीचे भी उतारा जिनके पास मैसेज नहीं गया था. साथ ही उन बच्चों को बैठाया गया, जिनके पास मैसेज आए थे. वहीं ट्रेन से मैसेज मिलने वाले कुछ लोगों को भी उतारा और उनकी जगह पर महिलाओं और लड़कियों को भेजा गया है. साथ ही बड़ी संख्या में छात्रों के पहुंचने के चलते पुलिस को भी व्यवस्था बनाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा.
अभी भी सैकड़ों की संख्या में छात्र ऑटो, टैक्सी और बसों में ही बैठे हुए हैं. जिनकी कतार खेडली फाटक पर लगी हुई है. आपको बता दें कि बरौनी-बेगूसराय के लिए गई ट्रेन बयाना, टूंडला, कानपुर, दीनदयाल, उपाध्याय और दारापुर होते हुए, सोमवार सुबह 5:30 बजे बरौली पहुंचेगी. इस ट्रेन में बंका, बेगूसराय, भागलपुर, जमुई, खगरिया, लखीसराय, मुंगेर और शेखपुरा के स्टूडेंट्स को बैठाया गया है.