कोटा. जिले में दो दिन पहले एक छात्र अमित द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी करने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. जिसमें कोचिंग सेंटर्स की बड़ी लापरवाही सामने आई है. बताया जा रहा है कि मृतक छात्र अपना बैच बदले जाने को लेकर तनाव में था. जिसकी वजह से उसने आत्महत्या कर ली.
बता दें, बिहार के मधुबनी का रहने वाला छात्र अमित दो दिन पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक छात्र के परिजनों ने बताया कि वो पढ़ने में बहुत ही अच्छा था और हमारे तरफ से किसी भी प्रकार से उसके ऊपर कोई प्रेशर नहीं था. उसके परिजनों ने बताया कि वो जिद्द पर यहां पढ़ने आया था और हमेशा कहता था कि मैं इजीनियरिंग का पेपर निकाल के रहूंगा.
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बताया जा रहा है कि गिरती रैंकिंग के चलते कोचिंग सेंटर में बच्चे का बैच बदल दिया गया था. इसी के बाद तनाव के चलते उसने आत्महत्या की है. परिजन जब कोटा आए तो उन्होंने भी गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके बाद महावीर नगर थाना पुलिस ने छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवा दिया है. शव को परिजन पैतृक गांव बिहार ले गए हैं.
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पुलिस की जांच में सामने आया कि कोचिंग के टेस्ट में मृतक छात्र अमित के नम्बर कम आए थे, जिसकी वजह से छात्र अपने बैच में पिछड़ गया था और उसे उसके बैच बी-वन से निकाल कर बी-फाइव बैच में भेज दिया गया था. इसी वजह से छात्र तनाव में था. तनाव छात्र के जीवन पर इतना भारी पड़ा कि छात्र ने खुदकुशी का रास्ता अख्तियार कर लिया और अपने कमरे पर दो दिनों पहले फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. हालांकि, पुलिस ने मृतक से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें लिखा है कि "सभी की आशाएं मेरे से जुड़ी थीं और मैं एक लय से सबके सपनों पर पानी फेर रहा हूं.