ETV Bharat / city

कोटा में यह सरकारी बिल्डिंग दे रही करंट के झटके, अधिकारियों ने चेतावनी चस्पा करवा की इतिश्री...

कोटा जिले में जिला परिषद की पूर्व बिल्डिंग में पंचायत समिति लाडपुरा और महिला एवं बाल विकास कार्यालय में बारिश से करंट आ रहा (Shocks of current are coming in the building of Zilla Parishad) है. करंट को दुरुस्त करवाने की जगह अधिकरियों ने चेतावनी जगह-जगह चस्पा कर दी.

Shocks of current are coming in the building of Zilla Parishad
करंट से बचाव के लिए बिल्डिंग की दीवारों पर लकड़ी रखी गई
author img

By

Published : Jul 18, 2022, 10:45 PM IST

कोटा. बारिश के मौसम में पुराने भवनों में करंट आ जाना लाजमी है, लेकिन उसे तुरंत दुरुस्त भी करवाना चाहिए. जबकि कोटा में एक सरकारी बिल्डिंग ऐसी है, जिसमें करंट आने पर दुरुस्त करवाने की जगह चेतावनी जगह-जगह चप्पा कर दी है गई है. लेकिन करंट के झटके की समस्या का निदान तो दूर यह जानने का प्रयास भी अधिकारी और कर्मचारियों ने नहीं किया कि ये झटके क्यों लग रहे हैं. केवल करंट की चेतावनी देकर इतिश्री कर लिया गया है.

जिला परिषद की पूर्व बिल्डिंग में करंट के झटके आ रहे (Government building giving current shocks) हैं. वर्तमान में पंचायत समिति लाडपुरा और महिला एवं बाल विकास के उपनिदेशक का कार्यालय भी इसी बिल्डिंग में मौजूद है. हालात ऐसे हैं कि भवन में सीढ़ियां चढ़ने के साथ ही जगह-जगह पर चेतावनी दर्शाई हुई है कि बिल्डिंग में करंट आता है. रेलिंग पर हाथ लगाने के लिए लोगों को आगाह किया हुआ है. इस बिल्डिंग में करीब करीब 36 कार्मिक कार्यरत हैं. इसके साथ ही सैकड़ों की संख्या में लोग भी ऑफिस में रोज आते हैं. इन सब पर यह करंट का खतरा मंडराया हुआ है.

पढ़ें: कोटा: दो मंजिला जर्जर बिल्डिंग की छत गिरी, मलबे में दबी 3 बाइक...कोई हताहत नहीं

कार्मिक खुद बोले हमें लग जाते हैं झटके: कार्मिकों का कहना है कि ऑफिस आना ही उनके लिए खतरे की घंटी जैसा है. कई बार उन्हें ही बिल्डिंग में प्रवेश करने के दौरान दीवार या रेलिंग से हाथ टच हो जाता है, जिससे करंट के झटके लगते हैं. जबकि आम जनता के लिए तो जानकारी नहीं होती, वह अगर यहां चस्पा किए गए नोटिस को नहीं पढ़े तो उनको करंट के झटके लग ही जाते हैं. हालांकि इस के चलते किसी व्यक्ति की जान भी जा सकती है.

करंट से बचाने के लिए लगा दिया: सरकारी कार्मिक और अधिकारियों ने बिल्डिंग को करंट फ्री करने के लिए सीधे तौर पर तो कोई प्रयास नहीं किया. लेकिन अधीनस्थ कार्मिकों के जरिए बिल्डिंग में जहां अभी करंट आता है, वहां पर थर्माकोल या फिर लकड़ी की पुरानी प्लाई लगवा दी है. इस तरह से थर्माकोल लोहे की रेलिंग और दीवारों पर भी लगा दी गई है. जहां पर बड़े बड़े अक्षरों में चेतावनी भी चस्पा की गई है. इसमें साफ लिखा है कि दीवार और रेलिंग पर करंट आता है, ऐसे में इनसे दूर ही रहा जाए.

मैंने अभी ज्वाइन किया है, बिल्डिंग को देखकर तुरंत दुरस्त करवाएंगे: जिला परिषद के पूर्व भवन की देखरेख की जिम्मेदारी पंचायत समिति लाडपुरा के विकास अधिकारी की है. हालांकि वर्तमान में वर्तमान में पदस्थापित विकास अधिकारी लाडपुरा लखन सिंह ने 2 दिन पहले ही जॉइनिंग दी है. उनका कहना है कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी भी नहीं थी. यह जानकारी दी उन्हें मीडिया के जरिए ही मिली है कि बिल्डिंग में करंट आता है. ज्वाइन करने के बाद उन्होंने बिल्डिंग का निरीक्षण नहीं किया है, वह अन्य दूसरे कामों में व्यस्त थे. अब बिल्डिंग का निरीक्षण करके इस पूरे मामले को देखेंगे. इसमें करंट आ रहा है, तो आमजन और ऑफिस के कार्मिकों की सुरक्षा की दृष्टि से ठीक करवाएंगे.

कोटा. बारिश के मौसम में पुराने भवनों में करंट आ जाना लाजमी है, लेकिन उसे तुरंत दुरुस्त भी करवाना चाहिए. जबकि कोटा में एक सरकारी बिल्डिंग ऐसी है, जिसमें करंट आने पर दुरुस्त करवाने की जगह चेतावनी जगह-जगह चप्पा कर दी है गई है. लेकिन करंट के झटके की समस्या का निदान तो दूर यह जानने का प्रयास भी अधिकारी और कर्मचारियों ने नहीं किया कि ये झटके क्यों लग रहे हैं. केवल करंट की चेतावनी देकर इतिश्री कर लिया गया है.

जिला परिषद की पूर्व बिल्डिंग में करंट के झटके आ रहे (Government building giving current shocks) हैं. वर्तमान में पंचायत समिति लाडपुरा और महिला एवं बाल विकास के उपनिदेशक का कार्यालय भी इसी बिल्डिंग में मौजूद है. हालात ऐसे हैं कि भवन में सीढ़ियां चढ़ने के साथ ही जगह-जगह पर चेतावनी दर्शाई हुई है कि बिल्डिंग में करंट आता है. रेलिंग पर हाथ लगाने के लिए लोगों को आगाह किया हुआ है. इस बिल्डिंग में करीब करीब 36 कार्मिक कार्यरत हैं. इसके साथ ही सैकड़ों की संख्या में लोग भी ऑफिस में रोज आते हैं. इन सब पर यह करंट का खतरा मंडराया हुआ है.

पढ़ें: कोटा: दो मंजिला जर्जर बिल्डिंग की छत गिरी, मलबे में दबी 3 बाइक...कोई हताहत नहीं

कार्मिक खुद बोले हमें लग जाते हैं झटके: कार्मिकों का कहना है कि ऑफिस आना ही उनके लिए खतरे की घंटी जैसा है. कई बार उन्हें ही बिल्डिंग में प्रवेश करने के दौरान दीवार या रेलिंग से हाथ टच हो जाता है, जिससे करंट के झटके लगते हैं. जबकि आम जनता के लिए तो जानकारी नहीं होती, वह अगर यहां चस्पा किए गए नोटिस को नहीं पढ़े तो उनको करंट के झटके लग ही जाते हैं. हालांकि इस के चलते किसी व्यक्ति की जान भी जा सकती है.

करंट से बचाने के लिए लगा दिया: सरकारी कार्मिक और अधिकारियों ने बिल्डिंग को करंट फ्री करने के लिए सीधे तौर पर तो कोई प्रयास नहीं किया. लेकिन अधीनस्थ कार्मिकों के जरिए बिल्डिंग में जहां अभी करंट आता है, वहां पर थर्माकोल या फिर लकड़ी की पुरानी प्लाई लगवा दी है. इस तरह से थर्माकोल लोहे की रेलिंग और दीवारों पर भी लगा दी गई है. जहां पर बड़े बड़े अक्षरों में चेतावनी भी चस्पा की गई है. इसमें साफ लिखा है कि दीवार और रेलिंग पर करंट आता है, ऐसे में इनसे दूर ही रहा जाए.

मैंने अभी ज्वाइन किया है, बिल्डिंग को देखकर तुरंत दुरस्त करवाएंगे: जिला परिषद के पूर्व भवन की देखरेख की जिम्मेदारी पंचायत समिति लाडपुरा के विकास अधिकारी की है. हालांकि वर्तमान में वर्तमान में पदस्थापित विकास अधिकारी लाडपुरा लखन सिंह ने 2 दिन पहले ही जॉइनिंग दी है. उनका कहना है कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी भी नहीं थी. यह जानकारी दी उन्हें मीडिया के जरिए ही मिली है कि बिल्डिंग में करंट आता है. ज्वाइन करने के बाद उन्होंने बिल्डिंग का निरीक्षण नहीं किया है, वह अन्य दूसरे कामों में व्यस्त थे. अब बिल्डिंग का निरीक्षण करके इस पूरे मामले को देखेंगे. इसमें करंट आ रहा है, तो आमजन और ऑफिस के कार्मिकों की सुरक्षा की दृष्टि से ठीक करवाएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.