कोटा. शहर पुलिस के रामपुरा कोतवाली थाने में तैनात एसएचओ पवन मीणा पर जुआ सट्टा संचालित करने वाले अपराधियों से सांठगांठ के आरोप लगे हैं. इस मामले में कोटा शहर एसपी गौरव यादव ने उन्हें निलंबित कर दिया है. साथ ही मामले की पूरी जांच करवाई जा रही है. इस प्रकरण में शनिवार को प्रशिक्षु आईपीएस प्रवीण नायक ने भी रामपुरा इलाके में छापा मारा था. जहां पर बड़ी संख्या में सट्टा खेलते हुए लोग मिले थे, उसके बाद ही इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
कोटा शहर एसपी गौरव यादव ने ईटीवी भारत को बताया कि क्राइम मीटिंग में जुआ सट्टे के बड़े अड्डों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. साफ-साफ कहा था कि इस तरह की गतिविधियों को टॉलरेट नहीं किया जाएगा. इसके बावजूद लगातार सूचनाएं आ रही थी कि रामपुरा इलाके में बड़ी मात्रा में जुए सट्टे की गतिविधियां संचालित हो रही हैं. ऐसे में एक टीम बनाकर प्रशिक्षु आईपीएस प्रवीण नायक को भेजा गया था. उन्होंने कार्रवाई करते हुए 30 से 40 आदमियों को जुआ सट्टा खेलते हुए गिरफ्तार किया है, जबकि इस पूरे प्रकरण की जानकारी थाना पुलिस को नहीं लगी.
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जब पूरी कार्रवाई हो गई, उसके बाद थाने की पुलिस को मामले की भनक लगी. ऐसे में कोटा शहर एसपी ने पूरे मामले में लापरवाही बरतने के चलते एसएचओ पवन मीणा को निलंबित कर दिया है. साथ ही इस पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है कि कहीं जुआ सट्टा को संचालित करने वाले अपराधियों से उनकी कोई सांठगांठ तो नहीं थी. अचानक हुई इस कार्रवाई से पूरे रामपुरा कोतवाली थाना इलाके में हड़कंप मच गया.