कोटा. सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने गहलोत सरकार को पत्र लिखकर भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाने की मांग की है. साथ ही रेवेन्यू बोर्ड के दो आरएएस अधिकारी जो रिश्वत लेते पकड़े गये थे. उन्हें निलंबित करने की जगह बर्खास्त करने की मांग उठाई है. इससे पहले भी भरत सिंह भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं.
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राजस्व मंडल अजमेर के दो अधिकारियों बीएल मेहरड़ा और सुनील शर्मा को एसीबी ने रिश्वत के एक मामले में गिरफ्तार किया है. इसी मामले में विधायक भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर रिश्वत मामले में पकड़े गये अधिकारियों को निबंलित करने की बजाय बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने कहा "यदि भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाना है तो भ्रष्ट अधिकारियों को नौकरी से निलंबित करना पर्याप्त नहीं है. आपसे अनुरोध है कि संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत बगैर सुनवाई और नोटिस प्रक्रियाओं के इनको बर्खास्त किया जाए. आपसे अनुरोध करता हूं कि 470 फैसले, जिनमें सरकार केस हारी है. उनकी समीक्षा ईमानदार अधिकारियों से करवायी जाये".
अफीम की खेती पर बैन के लिए भी लिखा पत्र
विधायक भरत सिंह ने प्रदेश में अफीम की खेती पर भी बैन लगाने की मांग की है. इसके लिए भी उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र लिखा है. पत्र में भरत सिंह ने लिखा "फलोदी जेल से भागे 16 बंदी और दूसरी तरफ भीलवाड़ा में जो 2 कांस्टेबलों की हत्या की है. दोनों ही अफीम तस्कर हैं. अफीम तस्कर पुलिस को भी खुली चुनौती दे रहे हैं. इनके हौसले बुलंद हो गए. पुलिस कांस्टेबल की हत्या करना, जेल से भाग जाना आतंकवाद जैसी घटनाएं हैं. प्रदेश में अफीम, डोडा पोस्त के चलते हजारों अपराध हो रहे हैं. अफीम तस्करों को संरक्षण देने में पुलिस और नारकोटिक्स विभाग का भी बड़ा योगदान रहता है. राजस्थान सरकार को पहल करते हुए प्रदेश में अफीम की खेती बंद करने के लिए भारत सरकार को पत्र लिखना चाहिए".