कोटा. जिले में कोरोना वायरस के अब तक 15 मरीज सामने आ चुके हैं. यह मरीज शहर के भीमगंजमंडी थाना इलाके के संजय नगर और मकबरा थाना इलाके के चंद्रघंटा निवासी हैं. इसके बावजूद भी एमबीएस अस्पताल प्रबंधन कोरोना को लेकर सतर्क नहीं है. इसका उदाहरण बुधवार को सामने आया जब चंद्रघंटा इलाके निवासी ही 65 वर्षीय एक बुजुर्ग को एमबीएस अस्पताल में लाया गया और उसे आते ही मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने उसे सांस की समस्या बताई थी. इसके बावजूद एमबीएस प्रबंधन ने गंभीरता से नहीं लिया. जबकि हो सकता है उस बुजुर्ग को कोरोना संक्रमण हुआ हो, क्योंकि उस इलाके के अन्य लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जो कि तबलीगी जमात के सदस्यों को कोटा लाने वाले ड्राइवर से संक्रमित हुए हैं.
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शव सौंपा तो परिजनों ने किया हंगामा
अस्पताल प्रबंधन ने बुजुर्ग की मौत के बाद शव को कब्जे में लेने की जगह परिजनों को ही सौंप दिया. पुलिस ने संदिग्ध मौत होने की स्थिति में पोस्टमार्टम करवाने के लिए परिजनों पर दबाव डाला, लेकिन परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. साथ ही लिखकर दे दिया कि वह पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे.
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लक्षण के बाद भी नहीं हुए नमूने
परिजनों के अनुसार बुजुर्ग को सांस में लेने की तकलीफ के चलते अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन वहां पर उसे मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि बुजुर्ग में कोरोना जैसे लक्षण भी नजर आ रहे थे, फिर भी ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों व अन्य स्टाफ ने उच्चाधिकारियों तक मामला नहीं पहुंचाया.