कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में शनिवार को उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट कोटा पहुंचे. जहां उन्होंने पहले मृत बच्चों के परिजनों से उनके घर पर जाकर मुलाकात की, इसके बाद जेके लोन अस्पताल पहुंचे और निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए साफ कह दिया है कि 107 बच्चों की मौत हुई है. इसके लिए पुरानी सरकार को दोष देना गलत होगा.
उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी हमारी सरकार की है और जो भी दोषी है उनकी जिम्मेदारी तय करनी होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस पूरे मसले की रिपोर्ट भी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपेंगे. इसके साथ ही उन्होंने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इस जेके लोन के मुद्दे पर हमारी सरकार का रिस्पांस भी संतोषप्रद नहीं है.
मैं बच्चों की मौत से आहत हूं: पायलट
पायलट ने कहा कि जेके लोन अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत हो रही है, अब तक 107 बच्चों की मौत हो चुकी है. मैं उन परिवारों के साथ भी मिला हूं, जिन्होंने अपने जिगर के टुकड़ों को खो दिया है. बहुत दुखद घटना है मैं भी इसके लिए आहत हूं. मेरे पास बताने के लिए शब्द नहीं है. यह घटनाक्रम समाप्त होना चाहिए, जो लोग अपने बच्चों को इन अस्पतालों में लाते हैं. वह गरीब तबके के लोग होते हैं, दबे कुचले लोग हैं, आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. जिन भी लोगों से मैं मिला हूं. सभी दुखी और पीड़ित थे. उन्होंने अपने जन्मजात बच्चों को खोया है.
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'हमारी सरकार का रिस्पांस संतोषप्रद नहीं'
डिप्टी सीएम पायलट ने जेके लोन के मुद्दे पर अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जो हम लोगों का रिस्पॉन्स रहा है, इस पूरे मामले को लेकर वह संतोषप्रद नहीं है. मैं इसलिए बोल रहा हूं, क्योंकि आंकड़ों के जाल में चर्चा को ले जाएं. यह उन लोगों को स्वीकार्य नहीं है, जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है.
'जिसकी कोख उजड़ी उसका दर्द कोई नहीं समझ रहा'
सचिन पायलट ने कहा कि उस नौजवान माता पर क्या गुजरती होगी, जिसे 9 महीने अपने बच्चे को कोख में रखा है और उसकी कोख उजड़ गई. इन लोगों को विश्वास दिलाना पड़ेगा कि इस प्रकार की घटनाओं के लिए जवाबदेही तय करनी होगी. उन्होंने कहा कि कमियां प्रशासनिक, संसाधनों, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की कमी थी, या फिर लापरवाही या क्रिमिनल नेगलिजेंस थी. यह सब रिपोर्ट बन रही है. इसकी अकाउंटेबिलिटी तय करनी होगी.
'वसुंधरा की सरकार चली गई उन को दोष देना गलत'
PCC अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि वसुंधरा जी की सरकार में बेड कम थे, पैसे रिलीज नहीं किए तो जनता ने उनको हरा दिया. हमारी 13 महीने से सरकार है, हमारी जिम्मेदारी बनती है. जनता के प्रति जवाबदेही हमारी है. यह जो बच्चों की मौतें हो रही है, उन लोगों को हमारी सरकार से उम्मीद है. जब सचिन पायलट से पूछा गया कि कोटा के तीन स्थानीय कांग्रेस के विधायक हैं, जिनमें से एक मंत्री भी है. वह भी जेके लोन अस्पताल नहीं आए तो उन्होंने इस संबंध में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया.
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'अस्पताल में डॉक्टरों की भी कमी, संसाधन भी नहीं'
साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ नहीं है. पैसा है लेकिन खर्च नहीं हो रहा है. ऐसे में ऑक्सीजन लाइन नहीं है, सिलेंडर से ऑक्सीजन आ रहा है. नेबुलाइजर और हीटिंग ट्रीटमेंट नहीं है. इसके लिए प्रशासनिक, एडमिनिस्ट्रेटिव, मेडिकल या राज्य सरकार कोई ना कोई तो जिम्मेदार होगा.
सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इस मुद्दे को लेकर काफी चिंतित है. उन्होंने भी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्यों से इस संबंध में बातचीत की है. यह हमारी पार्टी, एक सरकार या एक स्टेट का मुद्दा नहीं है. क्योंकि 107 बच्चों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस संबंध में पूरी रिपोर्ट भी देंगे.