कोटा. कांग्रेस से पांच बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके रामनारायण मीणा को राज्य सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया हैं. इस बार तो मीणा ने कोटा जिले की पीपल्दा विधानसभा सीट से जीत भी हासिल की है, बावजूद इसके उन्हे मंत्री नहीं बनाया गया. जिसके बाद एक बार फिर से उनका दर्द दर्द छलक गया.
उनका कहना है कि प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल चार बार जीत कर आए, लेकिन तीन बार में काबीना मंत्री बने, जबकि वे खुद 5 बार जीते हैं, लेकिन अभी भी उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया है. साथ ही उन्होंने यह तक कह दिया कि विधायक भरत सिंह बारां की अंता सीट से जीत कर आए और खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं. वहीं प्रमोद जैन भाया निर्दलीय जीते थे, उसके बाद उन्हें कांग्रेस में एंट्री मिली और कांग्रेस ने ही उन्हें टिकट दिया और अब वे मंत्री भी बनाए गए हैं. मंत्री भाया कांग्रेस की उपज नहीं है. इसके बावजूद उन्हें मंत्री बनाया गया है. यह कांग्रेस में ये ठीक नहीं है. इसे ठीक करने की जरूरत है.
इसके साथ ही कांग्रेस विधायक मीणा ने कहा कि कांग्रेस के शासन में जीरो टॉलरेंस है. जिस सरकार में थोड़ी सी गलती या बेईमानी करने पर कलेक्टर तक पकड़ा जाए, उसे हम गलत नहीं कर सकते हैं. अच्छा शासन है और सभी काम हो रहे हैं. मेरे एरिया में नौनेरा बांध करोड़ों की लागत से बन रहा है. साथ ही झरण की पुलिया का भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. स्टेट हाईवे विल डिक्लेअर किया जा रहा है.
मोदी सरकार ही देश को बेच रही है, जबकि राजस्थान की सरकार अच्छा काम कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत काफी संवेदनशील है. इंदिरा रसोई योजना उन्होंने चालू की है. सरकार गरीब के प्रति संवेदनशील है. वहीं कृषि सुधार कानूनों पर बोलते हुए कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि अध्यादेश ही गंदा था. किसान डंठल कैसे बेचेगा. सरकार को इंतजाम करना चाहिए. जिसके पास 5 बीघा जमीन है, वह फैक्ट्री नहीं लगा सकता है. सरकार से किसान कह रहे हैं कि वह ऐसा अध्यादेश किस काम का जिसमें पग पग पर उनके लिए जेल जाने का खतरा हो.