कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स के बीच मारपीट का मामले में एक छात्र ने दूसरे छात्र गुट पर रैगिंग का आरोप (Ragging in RTU) लगाया और विश्वविद्यालय को शिकायत दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी छात्रों को बुलाया था, लेकिन वो नहीं पहुंचे तो उनके निलंबन के लिए चीफ प्रॉक्टर ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को पत्र लिखा है. हालांकि इस मामले में विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ नीलिमा सिंह का कहना है कि अभी मामले की जांच ही चल रही है.
मसला राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कैंपस के बाहर का है. यहां पर 3 अगस्त को बीटेक फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट और कुछ सीनियर छात्रों के बीच झगड़ा हो गया. फर्स्ट ईयर के छात्र ने इस संबंध में आरके पुरम थाने में शिकायत दी. थाना अधिकारी अनिल जोशी का कहना है कि पुलिस ने आरोपी छात्रों को पकड़ने के लिए 3 अगस्त को दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं लगे. इसके बाद 6 अगस्त को 2 छात्र विक्रम सिंह और अंकित मीणा शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार (Police arrested two students in Kota) करते हुए पाबंद किया था. यह पूरा मामला विश्वविद्यालय के बाहर गुमटी पर छात्र को थप्पड़ मारने का है. इसके बाद आरोपी भाग गए थे.
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आरटीयू के चीफ प्रॉक्टर डॉ. बृजेश त्रिपाठी का कहना है कि इस संबंध में पीड़ित छात्र ने उन्हें शिकायत दी थी. उसने बताया था कि यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर सीनियर छात्रों ने रोक कर उसे इंट्रोडक्शन देने के लिए कहा था. इसके बाद ठीक से व्यवहार नहीं करने की बात कहते हुए मारपीट की थी. इस पर उन्होंने एक कमेटी बनाकर पीड़ित पक्ष और आरोपियों के भी बयान लेने के लिए कार्यवाही शुरू की, लेकिन आरोपी 7 छात्र हैं, वे कमेटी के सामने नहीं पहुंचे. इसलिए एक पक्षीय कार्रवाई के लिए उन्हें 14 दिन के लिए निलंबित करने की फाइल चला दी है. अनुमति मिलने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा। इनमें विक्रम, युवराज व अंकित सहित अन्य शामिल हैं.