कोटा. राज्य सरकार ने प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए जन अनुशासन पकवाड़ा लागू किया हुआ है. इसके तहत 11 बजे तक ही मार्केट को खुला रखना है. इसमें भी किराना दूध और सब्जी की दुकानें शामिल है. उसके बाद सभी दुकानों को बंद हो जाना है, लेकिन शहर की सड़कों पर सुबह के समय बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही बनी हुई है. लोग बड़ी संख्या में घरों के बाहर निकल रहे हैं. जबकि राज्य सरकार ने अनुशासन पखवाड़े में लोगों को घरों पर रहने की ही सलाह दी है. इस जन अनुशासन पखवाड़े की गाइडलाइन की पालना करवाने का जिम्मा पुलिस को सौंपा हुआ है, लेकिन प्रदेश सरकार की इंटेलिजेंट रिपोर्ट के अनुसार कोटा शहर पुलिस भी जन अनुशासन पखवाड़े में कर्फ्यू की पालना करवाने में फिसड्डी रही है. कोटा शहर पुलिस महज 40 फ़ीसदी ही गाइडलाइन की पालना करवा पा रही है.
ईटीवी भारत ने शहर के सीएडी सर्किल पर दोपहर 11:45 बजे जाकर जायजा लिया, तो वाहनों की भीड़ लगी हुई थी. वहां लगे पुलिसकर्मी भी महज खड़े हुए थे और आपस में ही बातें करते नजर आ रहे थे. जबकि किसी भी वाहन चालक से पूछताछ भी नहीं की जा रही थी. सड़कों पर बड़ी संख्या में वाहनों के होने के कारण कई बार यातायात जाम की स्थिति भी बनती दिखाई दी. उसके बाद छावनी चौराहे के भी कमोबेश इसी तरह के हालात नजर आए. वहां भी बड़ी संख्या में वाहन जाम जैसी स्थिति बनी रही. यहां खुद ट्राफिक पुलिस उप अधीक्षक कालूराम पहुंचे, इसके बाद मौके पर मौजूद जाप्ता सतर्क हो गया और वाहन चालकों से पूछताछ शुरू कर दी.
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ट्रैफिक पुलिस उप अधीक्षक कालूराम वर्मा का कहना है कि 11:00 बजे बाजार बंद होते हैं 12:00 बजे तक लोग घरों पर पहुंचते हैं. ऐसे में काफी संख्या में भीड़ भाड़ हो जाती है. साथ ही 12:00 बजे के बाद जो भी लोग शहर की सड़कों पर घूमते हैं. उन से पुलिस पूछताछ भी करते हैं और गैरजरूरी बाहर निकलने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है. इसके बाद ईटीवी भारत ने कोटड़ी चौराहा और कॉमर्स कॉलेज चौराहे पर भी व्यवस्थाओं को जायजा लिया तो वहां भी बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही नजर आई.