कोटा. जिले के कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने भैंसे चोरी करने के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. भैंसों को ले जाने में उपयोग किए गए पिकअप को भी पुलिस ने जब्त किया है.
थनाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 जनवरी को शम्भूपुरा कुन्हाड़ी से 8 भैंसें चोरी होने की घटना को गम्भीरता से लेते हुए विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम ने लगातार प्रयास करते हुए भैस चोरी करने वाले गिरोह के 2 आरोपी दीपक नायक व कैलाश को गिरफ्तार किया. जिनके कब्जे से चोरी गई 3 भैंसे बरामद की गई हैं. साथ ही भैंसों को चोरी कर ले जाने में प्रयुक्त वाहन पिकअप को भी जब्त करने में सफलता हासिल की है.
थनाधिकारी गंगा सहाय शर्मा ने बताया कि 27 जनवरी को भैसें चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज के मामले में अज्ञात भैंस चोरी करने वाले अभियुक्तों की पहचान के लिए टोल नाकों की सीसीटीवी फुटेज चेक की गईं. टोल नाके की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पिकअप संदिग्ध नजर आने पर पिकअप मालिक के बारे मे सूचनाएं एकत्रित की गईं.
उन्होंने बताया कि सूचनाओं के आधार पर पता चला कि भैंसें चोरी करने वाले गिरोह का मुख्य सरगना दीपक नायक व धनराज नायक इनके साथी धारा सिंह नायक, मुकेश उर्फ टेम्पो, हंसराज नायक यह सभी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के जंगलों में मोटरसाइकिलों से घूम-घूम कर चरने गई भैंसों की रैकी करके व उस स्थान की पूर्ण जानकारी लेकर भैंसों को चोरी कर लेते हैं और उन्हें अलीगढ़, भोपाल व टोंक में बेचते हैं.
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उन्होंने बताया कि इनका मुख्य धंधा छोटे बछड़ों व बूढी भैंसों को खरीद कर उनको बेचने का है. उसकी आड़ में ये बड़ी भैंसों को चोरी कर उनको खुर्द-बुर्द करते हैं. उन्होंने बताया कि अनुसंधान के मुखबिर से सूचना मिली कि दीपक नायक व कैलाश लोधा शम्भूपुरा से चोरी गई भैंसों के बेचने के लिए पिकअप से टोंक जा रहे हैं. इस सूचना पर पीछा कर हैंगिंग ब्रिज के पास फोर लेन पर पिकअप को पकड़ा. पिकअप की तलाशी ली गई तो उसमें चोरी की गई दो भैंसें मिली.