कोटा. सरकारी नौकरी के नाम से आए दिन बेरोजगारों से हो रही धोखाधड़ी की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने निर्देश पर भीमगंजमण्डी थाना पुलिस की स्पेशल टीम ने डडवाडा निवासी बनवारी को तीन दिन पूर्व पकड़ा था, जिसको लेकर शुक्रवार को पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है.
शहर पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि केशवपुरा निवासी मोहन यादव ने एक लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई कि एक बनवारी नामक व्यक्ति डडवाडा में किराए से रहता था. उसने अपने आप को MBSH कोटा में रेजीडेन्ट डॉक्टर होना बताया तथा ससूर स्वास्थ्य विभाग जयपुर में बड़ा अधिकारी बताते हुए दोनों बच्चों को MBSH में LDC के पद पर सरकारी नौकरी का झांसा देकर दोनों से 80,000 और 5,000 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क के लिए बाद मे बनवारी नामक फर्जी डॉक्टर और जयपुर स्वास्थ्य विभाग से बनकर आया फर्जी अधिकारी गायब हो गया, जिस पर रिपोर्ट पर थाना भीमगंजमण्डी में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया था.
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इस पर उक्त आरोपी बनवारी बैरागी को आसूचना और मोबाइल लोकेशन के आधार पर इन्दौर मध्यप्रदेश से तीन दिन पूर्व गिरफ्तार किया था. न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड प्राप्त कर गहनता से पूछताछ की तब आरोपी द्वारा कई वारदातों को अंजाम देते हुए लाखों रुपए हड़पना स्वीकर किया.
इस मामले में एक आरोपी होमगार्ड पूर्व में गिरफ्तार
भीमगंजमण्डी पुलिस द्वारा इस प्रकरण में पूर्व में एक आरोपी को करीब एक साल पूर्व गिरफ्तार किया था, जो स्वास्थ्य विभाग जयपुर का फर्जी अधिकारी बना था. जो विक्रम मीणा निवासी महावीर कोलोनी थाना रेलवे कोलोनी होमगार्ड का जवान होते हैं. फर्जी स्वास्थ्य अधिकारी बनकर आरोपी बनवारी के साथ मिलकर फरियादी से सरकारी नौकरी का झांसा देकर 85000 रुपए हड़पे थे.
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कई साल से फरार था गिरफ्तार फर्जी स्वास्थ्य अधिकारी
गिरफ्तारी आरोपी बनवारी कई साल से फर्जी स्वास्थ्य अधिकारी और फर्जी MR बनकर कई शहरों में वारदातें कर रहा था, जो थाना भीमगंजमण्डी पर मुकदमा दर्ज होने के बाद से लगातार फरार चल रहा था. इसे भीमगंजमण्डी पुलिस की स्पेशल टीम द्वारा आसूचना संकलन एवं मोबाइल लोकेशन के आधार पर इन्दौर में ट्रेस करते हुए गिरफ्तार किया.