कोटा. हाड़ौती में लगातार बारिश से सांगोद इलाके की उजाड़ नदी में भी जल स्तर बढ़ गया है. इससे हिंगी आवासीय विद्यालय के क्वार्टर्स में रहने वाले शिक्षक और उनका परिवार फंस गया है.
फंसे हुए स्टाफ और परिजनों ने स्कूल की ऊंची बिल्डिंग पर जाकर शरण ली है. वे छत पर बैठे हुए हैं. इलाके में बारिश लगातार जारी है. यहां करीब 25 से 30 लोग बताए जा रहे हैं. इनमें छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं. इन लोगों में से ही किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है.
कोटा संभाग में लगातार बारिश जारी है. जिसके चलते हालात विकट हो गये हैं. बाढ़ का खतरा बना हुआ है. झालावाड़ जिले के कई कस्बे बाढ़ से प्रभावित हैं. खानपुर के अलावा मनोहरथाना कस्बा बाढ़ग्रस्त है. वहां पानी बढ़ता जा रहा है. नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में सांगोद इलाके की उजाड़ नदी में भी जल स्तर बढ़ गया.
उजाड़ नदी में पानी बढ़ने से हिंगी आवासीय विद्यालय के क्वार्टर्स में रहने वाले स्टाफ टीचर्स इसमें फंस गए. इन लोगों ने एक वीडियो जारी किया जा है, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि ये लोग भीषण बाढ़ में फंसे हुए हैं. भूख प्यास से पीड़ित हैं. इन्होंने ऊंची जगह पर जाकर शरण ली है. आसपास पूरे गांव में पानी भरा हुआ है. पानी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है.
ऐसे में जिला प्रशासन ने भी स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स को यहां पर भेजा है. एसडीआरएफ उदयपुर टीम इन लोगों को रेस्क्यू करने गई थी. लेकिन पानी ज्यााद होने के कारण उन्होंने बोट नहीं उतारी. नदी का बहाव काफी ज्यादा है. सांगोद थाने के एसएचओ बदन सिंह मीणा के मुताबिक उच्च अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करा दिया गया है.
ऐसे में कोटा के जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ और ग्रामीण एसपी शरद चौधरी भी मौके के लिए पहुंच रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि झालावाड़ जिले के भीमसागर डैम में पांच गेट खोलकर पानी की निकासी उजाड़ नदी में की जा रही है. इसके चलते इसका जलस्तर काफी बढ़ गया है. सांगोद कस्बे में 8 से 10 फीट तक पानी कई जगह पर भरा हुआ है. जहां पर भी एसडीआरएफ की टीम लोगों को निकालने का काम कर रही है.
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ओम बिड़ला ने की आपदा प्रबंधन मंत्री से बात
एसडीआरएफ के करण सिंह ने बताया कि वे कोटा के 12 जवानों को लेकर मौके के लिए रवाना हुए हैं. जो देर रात को करीब 10:15 बजे पहुंचे हैं. उन्होंने रेस्क्यू की बागडोर संभाली है. हालांकि रेस्क्यू रात को पानी का बहाव के अनुसार ही किया जाएगा. हो सकता है रात में अंधेरा होने के चलते रेस्क्यू शुरू नहीं हो पाए. ऐसे में सुबह जल्दी रेस्क्यू किया जाएगा. जिसके बाद ही इन लोगों को सुरक्षित निकालने का काम गति पकड़ सकेगा. हिंगी में फंसे लोगों को निकालने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी मुख्य सचिव और आपदा प्रबंधन मंत्री से बात की है.
सांगोद का कोटा से संपर्क कटा
बाढ़ के चलते कोटा जिले का सांगोद कस्बा पूरी तरह मुख्यालय से कट गया है. सांगोद से कोटा आने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद है. इसके अलावा सांगोद से अंता और बारां जाने वाला रास्ता भी बंद है. केवल सांगोद से कुंदनपुर होते हुए पलायथा जाने वाला रास्ता खुला है. जो कि कोटा बारां नेशनल हाईवे पर मिलता है. ऐसे में इसी रास्ते से आवागमन हो रहा है. उच्च अधिकारी और उनकी टीम भी इसी रास्ते से सांगोद पहुंच रही हैं.
बाढ़ के हालात का जायजा लेने लोकसभा स्पीकर जाएंगे कोटा
कोटा संभाग में लगातार बाढ़ के हालात बने हुए हैं. कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है. ऐसे में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला शनिवार सुबह कोटा पहुंचेंगे. इसके बाद वे दिन भर कोटा के बाढ़ ग्रस्त इलाकों की समीक्षा करेंगे. साथ ही केशोरायपाटन में मकान गिरने के हादसे का शिकार हुए परिवार के सदस्यों से मिलेंगे. रविवार रात उनका दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है.