कोटा. नववर्ष की पूर्व संध्या पर पूरे देशभर में 31 दिसंबर को जश्न मनाया जाता है. इस बार भी देशभर में इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. कोविड 19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने भी नई कोरोना गाइडलाइन (new corona guideline) जारी कर दी है, इसमें नए साल की पूर्व संध्या पर कई छूट दी गई हैं. हालांकि, इससे उलट कोटा के हजारों हॉस्टलों में (no new year celebration in Kota hostels) नए साल का जश्न नहीं मनाया जाएगा.
कोटा के हॉस्टल एसोसिएशन (Kota Hostel Association meeting) ने गुरुवार को एक बैठक आयोजित की. इसमें निर्णय लेते हुए एक स्वर में पूरे शहर के हॉस्टलों में जश्न नहीं मनाने पर सहमति जताई गई. ऐसे में पूरे कोटा शहर के 3300 से ज्यादा हॉस्टलों में कहीं भी डीजे नहीं बजाया जाएगा. गाइडलाइन की अवहेलना करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही हॉस्टल एसोसिएशन संबंधित हॉस्टल संचालक के खिलाफ की सख्त कार्रवाई करेगा.
कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल ने कहा कि कोविड 19 के चलते कोटा की अर्थव्यवस्था बेपटरी हो गई थी. जिसे कोचिंग संस्थानों को दोबारा खोलने से थोड़ा संबल मिला, लेकिन खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है. कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन पूरे विश्व में पैर पसार रहा है. इसको लेकर सरकार भी पूरी तरह सजग है. कोटा के हॉस्टल संचालकों को भी छात्रों की चिंता है. यहां करीब 1 लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ रहे हैं. इसलिए यह निर्णय लिया गया है.
कोटा के सभी हॉस्टलों में बनेगी एक गाइडलाइन...
कोटा में करीब 10 से ज्यादा इलाकों में हॉस्टल बने हुए हैं. यहां एरिया के अनुसार हॉस्टल एसोसिएशन के नियम लागू होते हैं, लेकिन कोटा के सभी हॉस्टल एसोसिएशन ने एक निर्णय और लिया है. जिसके तहत अब अलग-अलग हॉस्टल एसोसिएशन के फॉर्म बच्चों को हॉस्टल में प्रवेश लेते समय नहीं भरने होंगे. इसके लिए एक नियम और पॉलिसी बनाई जाएगी. जिसके लिए कोटा के सभी हॉस्टल एसोसिएशन जल्द ही एक फॉर्म जारी करेंगे.
बैठक में चंबल हॉस्टल एसोसिएशन के भगवान बिरला, महासचिव अशोक लड्ढा, कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के महासचिव पंकज जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील कटारिया, कोरल हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.