कोटा. शहर में चल रही संपूर्ण लॉकडाउन के अभाव पर सोमवार को विराम लग गया. जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने व्यापारिक संगठनों की बैठक ली. इसके बाद सप्ताह में केवल 1 दिन रविवार को ही संपूर्ण लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है. वहीं सभी मार्केट को रात को 8:00 बजे बंद कर देने और 9:00 बजे के बाद जीरो मोबिलिटी लागू करने की बात भी बैठक में तय की गई है.
कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने कहा कि कोरोना की जांच की संख्या बढ़ने से मरीज भी बढ़ रहे हैं. इसको नियंत्रित करने के लिए कई तरह की स्ट्रेटेजी बनाई जा रही है, ताकि तेजी से फैलने वाला संक्रमण रोका जा सके. रविवार को होने वाले संपूर्ण लॉकडाउन के समय जरूरी सेवा ही मिलेगी. हमारी स्ट्रेटेजी के अनुसार 5 से 7 दिन का लॉकडाउन से काम नहीं हो सकता है. जिला कलेक्टर राठौड़ ने कहा कि व्यापारियों का भी नुकसान नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही यह कोरोना की लड़ाई लंबी चलनी है. इसलिए लॉकडाउन जो कि एक ही दिन का रखा गया है. जरूरत हुई तो 1 से 2 दिन भी इस लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है.
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कोटा शहर एसपी गौरव यादव ने कहा कि रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन और हर दिन रात 8:00 बजे बाद मार्केट को व्यापारिक खुद बंद करवाएंगे. इस व्यवस्था को वे स्वयं लागू करेंगे. वहीं 9:00 बजे बाद पुलिस इसे लागू कर पाएगी. जरूरत पड़ने पर पुलिस सख्ती भी करेगी, लेकिन शालीनता पूरी तरह से बरती जाएगी. कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन ने कहा कि पहले 10:00 बजे तक बाजार खुला रहता था. उसे हमने कम करते हुए 9 बजे तक कर दिया है. रात 9 बजे बाद पूरा मार्केट बंद हो जाएगा. अभी 1 दिन का लॉकडाउन किया जा रहा है. अगर जरूरत हुई, तो इस व्यवस्था को रिव्यु किया जाएगा और बढ़ाया भी जा सकता है.
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महासचिव अशोक माहेश्वरी का कहना है कि नगर निगम पहले जिस तरह से सैनिटाइजेशन कर रही थी उसे बंद कर दिया है. जिसे भी दोबारा लागू किया जाना चाहिए साथ ही कोटा मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान कोरोना मरीजों को परेशानी हो रही है. उसे भी दूर किया जाना चाहिए. निजी अस्पतालों को भी कोरोना मरीजों के उपचार की सुविधा प्रदान करनी चाहिए.