कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 17 जुलाई को देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG 2022) का आयोजन किया था. जिसमें गड़बड़ियां सामने आई थी और इसी को लेकर छात्रों ने सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ा हुआ था. दूसरी तरफ कई सांसदों ने भी देश के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मिलकर परीक्षा के आयोजन की दुबारा मांग की थी (Neet UG Re exam 2022). इसी मामले को लेकर NTA के महानिदेशक डॉ. विनीत जोशी का एक पत्र सामने आया है. जिसमें उन्होंने 6 सेंटरों पर परीक्षा दोबारा करवाने की सहमति दे दी है. इसमें हालांकि कोटा के प्रगति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुई गड़बड़ी का जिक्र नहीं किया गया है.
यहां होगा Re exam: जिन छह परीक्षा केंद्रों पर रिएग्जामिनेशन होंगे. उनमें कोल्लम केरल के मार्थोमा कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, श्रीगंगानगर राजस्थान के आर्मी पब्लिक स्कूल साधुवाली कैंट, नागौर राजस्थान के सेंट पॉल स्कूल डीडवाना रोड कुचामन, होशंगाबाद मध्यप्रदेश के केंद्रीय विद्यालय हरदा रोड नर्मदापुरम, भिंड मध्यप्रदेश के माउंट लिट्रा जी स्कूल व कुशीनगर उत्तर प्रदेश के पीजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कप्तानगंज शामिल है.
पांच जगह पर हिन्दी माध्यम के छात्रों को छूट: डॉ. विनीत जोशी के इस पत्र में लिखा हुआ है कि इन 6 परीक्षा केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी. जिसके लिए अनुमति केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से मांगी गई है. अनुमति मिलने के बाद परीक्षा दो बार आयोजित करवा दी जाएगी. इनमें केवल केरल के कॉलम में ही फीमेल कैंडिडेट को अनुमति दी जाएगी. जबकि पांच जगह पर हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को परीक्षा देने की छूट मिलेगी.
कोटा के गड़बड़झाले पर नहीं मिली स्वीकृति: कहा जा रहा है कि चूंकि विद्यार्थियों का पक्ष जनप्रतिनिधियों ने मजबूती से नहीं रखा इसलिए कोटा के प्रगति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुए गड़बड़झाले को consider नहीं किया गया. पक्ष ठीक से न रखे जाने के कारण विद्यार्थियों को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी राहत देती नजर नहीं आ रही है.
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क्या हुआ था कोटा में: यहां हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को अंग्रेजी के प्रश्न पत्र बांट दिए गए थे. जिसके बाद में उन्हें बदला गया था. इस दौरान विद्यार्थियों को पहले से लिखी हुई और सॉल्व किए हुए प्रश्नों पर व्हाइटनर लगाकर ओएमआर शीट दी गई थी. जिसको लेकर स्कूल में 17 जुलाई को ही परीक्षा के बाद अभिभावकों और विद्यार्थियों ने हंगामा किया था. जिस पर स्कूल प्रबंधन ने लिखित में शिकायत की रिसिप्ट भी दी थी. आरोप है कि अन्य सभी जगह पर जहां पर री एग्जाम करवाया जा रहा है, वहां के जनप्रतिनिधियों ने मजबूती से मुद्दा उठाया था, लेकिन कोटा के जनप्रतिनिधियों ने इस मामले में रुचि नहीं दिखाई. इसका खामियाजा कोटा के परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को उठाना पड़ सकता है.
काउंसलिंग भी होगी प्रभावित: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने परीक्षा को एक महीना निकल जाने के बाद भी कोई अधिकारिक जानकारी दोबारा परीक्षा को लेकर वेबसाइट पर नहीं दी गई है. कोटा के एलन कोचिंग संस्थान के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने छात्रों के समर्थन में काली टीशर्ट या पट्टी लगाने का अभियान छेड़ दिया था. उन्होंने खुद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के महानिदेशक विनीत जोशी और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को भी पत्र भेजे थे.
परीक्षा को आयोजित हुए 1 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है. गड़बड़ी के चलते अब दोबारा परीक्षा आयोजित होगी. जिसमें करीब 15 दिन का समय लग सकता है. इसके बाद इनका परीक्षा परिणाम आएगा. जिसके बाद मेडिकल संस्थानों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग शुरू होगी. स्पष्ट है कि मेडिकल सत्र देरी से शुरू होगा.