कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कोटा की लाडपुरा तहसील में कार्रवाई करते हुए भूअभिलेख निरीक्षक (कानूनगो) योगेंद्र चौहान और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबूलाल जागा को 8,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने कानूनगो योगेंद्र चौहान के सरस्वती कॉलोनी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबूलाल जागा के केशवपुरा स्थित निवास पर खाना तलाशी ली थी, जिसमें योगेंद्र चौहान के घर पर एक लाख 16 हजार रुपए की नगद राशि मिली है.
इस संबंध में कोई भी संतोषप्रद जवाब नहीं देने के कारण यह राशि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने जप्त कर ली है. एसीबी इस राशि के स्रोत के बारे में भी पड़ताल कर रही है. इसके साथ ही कोटा में तीन-चार भूखंडों को दुकानों के दस्तावेज भी चौहान के घर पर मिले हैं. वहीं कुछ अन्य प्रॉपर्टीज के दस्तावेज भी है. सभी दस्तावेजों को एसीबी ने अपने कब्जे में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है. साथ ही उसका बैंकों में लॉकर भी है, जो भी खुलवाने के बाद पता चलेगा कि उन्हें क्या क्या राशि है. दूसरी तरफ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबूलाल जागा के घर पर एसीबी को ज्यादा संपत्ति और राशि नहीं मिली है.
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न्यायालय ने भेजा 14 दिन जेल
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने कानूनगो योगेंद्र चौहान और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबूलाल जागा को न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है. ऐसे में दोनों आरोपियों को 20 अप्रैल को दोबारा न्यायालय में पेश किया जाएगा.
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ऑफिस में धाक जमाता था बाबूलाल जागा
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबूलाल जागा पूरे प्रदेश के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की यूनियन का नेता था. वह राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ से संबंध राजस्थान सहायक कर्मचारी परिषद का जिला अध्यक्ष है. उसका पूरे ऑफिस में धाक जमी थी, वह सबसे बड़ी कुर्सी पर ही ऑफिस में बैठा रहता था. दूसरी तरफ योगेश चौहान भी राजस्थान कानून को संघ का जिला महामंत्री है.