कोटा. नाबालिग 15 वर्षीय बालिका के हत्यारे गौरव जैन को पुलिस गुरुग्राम से गिरफ्तार कर कोटा लेकर आई. आरोपी को पॉक्सो न्यायालय ने छह दिन की रिमांड पर भेजा था. पूछताछ में गौरव ने बताया कि उसने नाबालिग का मोबाइल किशोर सागर तालाब में फेंक दिया था. पुलिस ने गोताखोरों की मदद से तालाब से मोबाइल निकाल (Minor girl killer mobile recovered in Kota) लिया है.
आरोपी ने पूछताछ में बताया था कि उसने मोबाइल किशोर सागर तालाब में फेंक दिया था. आज सुबह पुलिस उसे लेकर किशोर सागर तालाब पहुंची. जहां पर आरोपी ने अपने मोबाइल को फेंकना बताया था. करीब एक दर्जन रेस्क्यू टीम के सदस्य मोबाइल की तलाशी में जुट गए. करीब 30 मिनट की मेहनत के बाद गौरव का मोबाइल तालाब से बरामद कर लिया गया. इस दौरान कोटा शहर एसपी केसर सिंह शेखावत के साथ पूरा अमला मौजूद था.
मीनाक्षी नाम से किया था टिकट बुक: आरोपी गौरव ने मीनाक्षी नाम से कोटा से हरिद्वार का फर्जी टिकट बुक किया था. किसी को शक नहीं हो, इसके लिए आरोपी ने केशोरायपाटन में स्कूटी छुपाने के बाद लड़की के भेष में रहा. इसके बाद वो कोटा आ गया. पुलिस ने गौरव से लड़की का भेष बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए कपड़े बरामद कर लिए हैं.
पुलिस ने बताया कि गौरव ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि हत्या करने के बाद वह नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में जाकर अपना नया जीवन शुरू करना चाहता था. वहीं कुछ बिजनेस डालकर वह कमाई शुरू कर देता. उसने दोबारा कोटा नहीं आने की प्लानिंग की थी. लेकिन उसका पैसा खत्म हो गया. इसीलिए वह बहन से मदद की आशा रखते हुए गुरुग्राम पहुंचा था. पुलिस गौरव के वापस आने के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है और साथ ही उसे लिफ्ट देने वाले व्यक्ति की भी तलाश कर रही है.
गोताखोर टीम और साइबर टीम इंचार्ज को मिलेगी इनामी राशि: आरोपी गौरव जैन को पकड़ने के लिए पुलिस ने इनाम घोषित किया था. इसमें सिटी एसपी केसर सिंह शेखावत ने 5 हजार रुपए और आईजी कोटा रेंज रविदत्त गौड़ ने 10 हजार रुपए का इनाम दिया था. इसके बाद शहर के कोचिंग संस्थान, हॉस्टल एसोसिएशन व मंडी समिति भी सामने आई थी. ऐसे में 5 लाख का इनाम आरोपी गौरव जैन पर घोषित हो गया था. इसमें से आज कोटा शहर एसपी केसर सिंह शेखावत ने घोषणा की है कि दो लाख रुपए गोताखोर टीम को दिए जाएंगे. जिनमें से 21,000 रुपए गोताखोर टीम के इंचार्ज विष्णु श्रृंगी और अन्य टीम मेंबर को 11 हजार प्रत्येक को देंगे. वहीं, इस इनामी राशि में से डेढ़ लाख रूपए साइबर टीम के एएसआई प्रताप सिंह को दिए जाएंगे. इसके अलावा गुरुग्राम से आरोपी गौरव जैन को पकड़ने वाली टीम के सदस्यों और मुखबिर को भी इनामी राशि दी जाएगी.
गौरतलब है कि ट्यूशन टीचर गौरव ने अपनी 15 वर्षीय स्टूडेंट को 13 फरवरी को घर बुलाकर हत्या कर दी थी. वह नाबालिग का शव रस्सियों से खिड़की में लटकाकर भाग गया था. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह कोटा से हरिद्वार व कई अन्य जगह गया. हालांकि जब उसके पास रखे पैसे खत्म हो गए, तो गुरुग्राम में रहने वाली अपनी बहन के घर मदद के लिए गया था. वहां पहले से मौजूद पुलिस ने उसे पकड़ लिया.