कोटा. कोरोना के बीच कई ऐसे समुदाय, कई ऐसी संस्था है जो लॉकडाउन के समय से ही जरूरतमंदों को खाना खिला रहे है. कोटा जिले में गुरुद्वारा आजमगढ़ साहिब में ऐसी ही सेवाएं कोरोना महामारी के आगाज से ही शुरू है. इसमें मुख्य जत्थेदार संत बाबा लक्खा सिंह, बाबा बलविंदर सिंह की अगुवाई में कोटा के जरूरतमंदों को शहर के सभी हॉटस्पॉट इलाके में पुलिस की मदद से भिजवाया जा रहा है.
इस पर स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के अनुरोध पर शहर के जरूरतमंदों को बाबा लक्खा सिंह ने एमबीएस अस्पताल में निरंतर सेवाएं जारी रखी है. इस दौरान शहर के सभी ट्रैक्टरों को सेनिटाईज कराया गया और प्रवासी मजदूरों के लिए लंगर की व्यवस्था करवाई गई. इसके तहत अभी तक लगभग तीन लाख लोगों तक लंगर के माध्यम से भोजन कराया जा चुका है.
गुरुद्वारा आजमगढ़ साहिब में लगातार 24 घंटे लंगर सेवाएं जारी
आजमगढ़ गुरुद्वारा में लगातार 24 घंटे लंगर चलाया जा रहा है, जो भी जरूरतमंद है, उन्हें सुविधाएं दी जा रही है. बाबा लक्खा सिंह का कहना है ये जगत गुरु गुरुनानक देव जी, जो सिख धर्म के संस्थापक हैं, उनके चलाए हुए उपराले है, जिनमें कभी कमी नहीं आ सकती. वहीं, सिख प्रतिनिधि सोसाइटी के अध्यक्ष तरुमीत सिंह बेदी ने कहा कि रब गरीब में वास करते है. बाबा का निर्देश है कि कोई भूखा ना सोए, यही निरंकार है. इसका विशेष ध्यान रखें. बता दें कि गुरुद्वारे में 150 सेवादारों की टीम से ये मानवता की सेवा संभव हो पायी है.