ETV Bharat / city

Panchayati Raj Election 2021 : कोटा में उप जिला प्रमुख पद भी भाजपा के खाते में...कृष्ण कुमार जीते, किया विकास का दावा

author img

By

Published : Dec 24, 2021, 7:49 PM IST

कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला उप जिला प्रमुख पद पर हुआ. जिसमें भारतीय जनता पार्टी के कृष्ण कुमार उप जिला प्रमुख चुने गए हैं. उन्हें 13 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी अब्दुल सलाम को 10 वोट मिले थे. दोनों ही प्रत्याशी रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र की जिला परिषद सीट से जीतकर जिला परिषद में पहुंचे हैं.

Panchayati Raj Election 2021
Panchayati Raj Election 2021

कोटा. पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव के तहत आज कोटा में उप जिला प्रमुख और उप प्रधान के चुनाव हुए. कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला उप जिला प्रमुख पद पर हुआ. जिसमें भारतीय जनता पार्टी के कृष्ण कुमार उप जिला प्रमुख चुने गए हैं. उन्हें 13 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी अब्दुल सलाम को 10 वोट मिले थे.

दोनों ही प्रत्याशी रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र की जिला परिषद सीट से जीतकर जिला परिषद में पहुंचे हैं. आज उपजिला प्रमुख के परिणाम के बाद जब प्रत्याशी बाहर आए थे. तब कांग्रेस की तरफ से जिला प्रमुख का चुनाव लड़ने वाली जिला परिषद सदस्य गीता मेघवाल और अन्य सदस्य भी साथ थे. जिन्होंने भी सभी सदस्यों के साथ विक्ट्री साइन दिखाया और एक साथ जिले के विकास करने की बात कही. कृष्ण कुमार खेती भी करते हैं. साथ ही पेशे से लॉयर हैं.

इसके अलावा 2015 से 20 तक वह घाटोली ग्राम पंचायत से सरपंच भी रहे हैं. उप जिला प्रमुख कृष्ण कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिले की सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य के रूप में उन्हें चुना है. हम जनता के विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे.

पढ़ें- Satish Poonia in Dungarpur : 24 KM की यात्रा में हर कदम पर हुआ पूनिया का स्वागत...महिलाओं के साथ खेला गरबा और गैर-नृत्य

जिले की पांच पंचायत समितियों में भाजपा के 3 उप प्रधान

प्रधान के चुनाव की तरह ही भारतीय जनता पार्टी के 3 उपप्रधान चुने गए हैं. जबकि दो उपप्रधान कांग्रेस के चुने गए हैं. जिसमें सांगोद पंचायत समिति में उप प्रधान ओम नागर अडूसा चुने गए. उन्हें 13 वोट मिले हैं. जबकि कांग्रेस की अनुसुइया मीणा को महज 6 वोट ही मिले हैं.

खैराबाद पंचायत समिति में सुनील गौतम उप प्रधान बने हैं. उन्होंने कांग्रेस के भीमराज गुर्जर को 5 वोटों से हराया. यहां पर सुनील गौतम को जहां 14 वोट मिले, भीमराज को महज 9 वोट ही मिले हैं. सुल्तानपुर पंचायत समिति में उपप्रधान नरेश नरूका निर्वाचित हुए हैं. उन्हें 11 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अब्दुल रहीम खान को 6 मत ही मिले हैं.

जिले के लाडपुरा पंचायत समिति में अशोक कुमार निर्विरोध ही प्रधान चुने गए हैं. भारतीय जनता पार्टी बहुमत न होने के कारण प्रत्याशी खड़ा ही नहीं किया. जिले के इटावा पंचायत समिति में जहां प्रधान भाजपा का बना था, लेकिन अब उप प्रधान कांग्रेस के बीरबल चुने गए हैं. यहां पर भाजपा ने ममता और एक निर्दलीय जितेंद्र भी मैदान में थे. कांग्रेस प्रत्याशी बीरबल को 10 व भाजपा प्रत्याशी ममता को 7 वोट मिले. जबकि निर्दलीय जितेंद्र योगी को एक भी वोट नहीं मिला. जबकि यहां पर निर्दलीय 2, भाजपा के 7 और कांग्रेस 8 सदस्य है.

मदन दिलावर बोले- क्रॉस वोटिंग गलत

जिला परिषद सदस्यों के साथ मतदान करवाने रामगंजमंडी के विधायक व भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर भी पहुंचे थे. उन्होंने मीडिया बारां के मामले में कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कही. मीडिया ने जब कहा कि सांसद कार्यालय पर भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पत्थर फेंके हैं, तो दिलावर ने जवाब दिया कि वे बारां में नहीं थे. वह कोटा ही चुनाव में मौजूद और व्यस्त थे, इसलिए बारां की कोई जानकारी नहीं आई है.

हालांकि उन्होंने क्रॉस वोटिंग को गलत बताते हुए कहा कि यह नहीं होना चाहिए था. पार्टी के जीते हुए कैंडिडेट चुनाव चिन्ह पर ही लड़ते हैं. इसीलिए उन्हें पार्टी का वोट मिलता है. इस तरह से क्रॉस वोटिंग पार्टी के साथ धोखाधड़ी है.

कोटा. पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव के तहत आज कोटा में उप जिला प्रमुख और उप प्रधान के चुनाव हुए. कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला उप जिला प्रमुख पद पर हुआ. जिसमें भारतीय जनता पार्टी के कृष्ण कुमार उप जिला प्रमुख चुने गए हैं. उन्हें 13 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी अब्दुल सलाम को 10 वोट मिले थे.

दोनों ही प्रत्याशी रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र की जिला परिषद सीट से जीतकर जिला परिषद में पहुंचे हैं. आज उपजिला प्रमुख के परिणाम के बाद जब प्रत्याशी बाहर आए थे. तब कांग्रेस की तरफ से जिला प्रमुख का चुनाव लड़ने वाली जिला परिषद सदस्य गीता मेघवाल और अन्य सदस्य भी साथ थे. जिन्होंने भी सभी सदस्यों के साथ विक्ट्री साइन दिखाया और एक साथ जिले के विकास करने की बात कही. कृष्ण कुमार खेती भी करते हैं. साथ ही पेशे से लॉयर हैं.

इसके अलावा 2015 से 20 तक वह घाटोली ग्राम पंचायत से सरपंच भी रहे हैं. उप जिला प्रमुख कृष्ण कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिले की सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य के रूप में उन्हें चुना है. हम जनता के विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे.

पढ़ें- Satish Poonia in Dungarpur : 24 KM की यात्रा में हर कदम पर हुआ पूनिया का स्वागत...महिलाओं के साथ खेला गरबा और गैर-नृत्य

जिले की पांच पंचायत समितियों में भाजपा के 3 उप प्रधान

प्रधान के चुनाव की तरह ही भारतीय जनता पार्टी के 3 उपप्रधान चुने गए हैं. जबकि दो उपप्रधान कांग्रेस के चुने गए हैं. जिसमें सांगोद पंचायत समिति में उप प्रधान ओम नागर अडूसा चुने गए. उन्हें 13 वोट मिले हैं. जबकि कांग्रेस की अनुसुइया मीणा को महज 6 वोट ही मिले हैं.

खैराबाद पंचायत समिति में सुनील गौतम उप प्रधान बने हैं. उन्होंने कांग्रेस के भीमराज गुर्जर को 5 वोटों से हराया. यहां पर सुनील गौतम को जहां 14 वोट मिले, भीमराज को महज 9 वोट ही मिले हैं. सुल्तानपुर पंचायत समिति में उपप्रधान नरेश नरूका निर्वाचित हुए हैं. उन्हें 11 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अब्दुल रहीम खान को 6 मत ही मिले हैं.

जिले के लाडपुरा पंचायत समिति में अशोक कुमार निर्विरोध ही प्रधान चुने गए हैं. भारतीय जनता पार्टी बहुमत न होने के कारण प्रत्याशी खड़ा ही नहीं किया. जिले के इटावा पंचायत समिति में जहां प्रधान भाजपा का बना था, लेकिन अब उप प्रधान कांग्रेस के बीरबल चुने गए हैं. यहां पर भाजपा ने ममता और एक निर्दलीय जितेंद्र भी मैदान में थे. कांग्रेस प्रत्याशी बीरबल को 10 व भाजपा प्रत्याशी ममता को 7 वोट मिले. जबकि निर्दलीय जितेंद्र योगी को एक भी वोट नहीं मिला. जबकि यहां पर निर्दलीय 2, भाजपा के 7 और कांग्रेस 8 सदस्य है.

मदन दिलावर बोले- क्रॉस वोटिंग गलत

जिला परिषद सदस्यों के साथ मतदान करवाने रामगंजमंडी के विधायक व भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर भी पहुंचे थे. उन्होंने मीडिया बारां के मामले में कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कही. मीडिया ने जब कहा कि सांसद कार्यालय पर भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पत्थर फेंके हैं, तो दिलावर ने जवाब दिया कि वे बारां में नहीं थे. वह कोटा ही चुनाव में मौजूद और व्यस्त थे, इसलिए बारां की कोई जानकारी नहीं आई है.

हालांकि उन्होंने क्रॉस वोटिंग को गलत बताते हुए कहा कि यह नहीं होना चाहिए था. पार्टी के जीते हुए कैंडिडेट चुनाव चिन्ह पर ही लड़ते हैं. इसीलिए उन्हें पार्टी का वोट मिलता है. इस तरह से क्रॉस वोटिंग पार्टी के साथ धोखाधड़ी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.