कोटा. शहर में सिंगल यूज उपयोग वाले प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए आरएसी द्वितीय बटालियन की ओर से करीब एक सप्ताह पहले एक मुहिम शुरू की गई. जिसके तहत यहां 1200 जवानों ने अलग-अलग घरों से साड़ियां और कपड़े जुटाकर उनसे कपड़े के थैले बनाए. आरएसी जवानों ने यह अपने लिए नहीं बल्कि बाजार में लोगों को निःशुल्क बांटे.
इस मुहिम की पहली कड़ी में कौमी एकता की मिसाल कोटा के बजाज खाना थाने के बाहर स्टॉल लगाकर लोगों और दुकानदारों को कमांडेंट की अगुवाई में इन थैलों का वितरण किया गया. इसके साथ ही सभी को प्लास्टिक मुक्त कोटा बनाने का संकल्प भी दिलाया गया.
भारत सरकार के सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए आरएसी की द्वितीय बटालियन ने यह मुहिम छेड़ी है और पहली कड़ी में मकबरा थाना के बाहर लोगों को कपड़े के थैलों का वितरण किया है. डिप्टी कमांडेंट ने बताया कि जो भारत सरकार ने पॉलीथिन मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया है. इसके तहत आरएसी ने पॉलीथिन मुक्त कोटा बनाने के लिए एक मुहिम को शुरू किया है. इस मुहिम में कोटा की जनता के साथ ही आरएसी के जवान भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं.
पढ़ेः जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला, फिर निशाने पर आया राजस्थान का ट्रक ड्राइवर, दस दिन के भीतर दूसरी घटना
स्थानीय निवासी आसिफ का कहना है कि यह काम पुलिस प्रशासन का नहीं है, लेकिन फिर भी हर जवान के दिल में अगर यह ख्वाहिश हो कि हम समाज के अच्छे कामों में हिस्सा बनेंगे तो यह बहुत अच्छी बात है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जिस प्रकार ग्लेसियर्स पिघलता जा रहा है और ग्लोबल वार्मिंग हो रही है. ऐसे में एक प्लास्टिक एक मुख्य कारण भी है.
उन्होंने कहा कि अगर हम इस देश को पॉलीथिन मुक्त बनाना चाहते है तो हम सब को मिलकर एक संकल्प लेना होगा कि हम पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करेंगे. आरएसी द्वितीय बटालियन के कमांडेंट ने कहा कि देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बेन कर दिया गया है. वहीं इस कड़ी में आरएसी के जवानों और अधिकारियों ने घरों से दो-दो साड़ियां लेकर इनके थैले बनाए और इनको लोगों में निःशुल्क पहुंचाने का काम कर रहे है. ऐसे में यह एक सराहनीय कार्य है.
पढ़ेः चुनाव परिणाम के बाद पीएम मोदी का पहला संबोधन
प्लास्टिक मुक्त कोटा का संकल्प के साथ ही आरएसी के 1200 अधिकारी और जवान इस मुहिम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे है. बता दें कि आरएसी कमांडेंट ने आरएसी ग्राउंड में एक हजार पेड़ लगाकर नए कोटा में एक अलग आक्सीजोन बनाकर पहले ही एक मिसाल कायम कर चुके हैं.