कोटा. शहर के स्वामी विवेकानंद इलाके में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए क्रिकेट पर सट्टे के खेल का खुलासा (Kota police cracks a Satta worth 5 and a half crores) किया है. इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी बीती 9 जनवरी से क्रिकेट सट्टा संचालित कर रहे थे. हालांकि पुलिस का कहना है कि कोटा शहर में वह बुधवार को ही पहुंचे थे. इसके पहले अन्य जगह पर क्रिकेट सट्टा चला रहे थे.
आरकेपुरम थाना पुलिस ने बुधवार देर रात इस कार्रवाई को अंजाम दिया. इस मामले में भारत-वेस्टइंडीज मैच पर सट्टा (Betting On India Vs WI in Kota) लगाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनसे 2000 हजार रुपए नगद, लैपटॉप और मोबाइल व अन्य दो दर्जन उपकरण भी बरामद किए हैं. इसके अलावा आरोपियों के पास से 5 करोड़ 70 लाख रुपए का हिसाब किताब भी बरामद किया है.
सटोरियों के नाम: गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी कोटा शहर के अलग-अलग इलाके के निवासी हैं. जिनमें बजरंग नगर निवासी 45 वर्षीय जयप्रकाश अरोड़ा, दुर्गा नगर कुन्हाड़ी निवासी 38 वर्षीय रवि कुमार सिंधी और विज्ञान नगर के गणेश नगर निवासी 42 वर्षीय कुलदीप मीणा शामिल है.
पुलिस ने बताया: आरकेपुरम थाना अधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि स्वामी विवेकानंद नगर में क्रिकेट सट्टा भारत और वेस्टइंडीज के मैच पर लगाया (Betting On India Vs WI in Kota) जा रहा है. इस पर टीम बनाकर वहां पर दबिश दी गई. जहां मौके से तीन बुकी जयप्रकाश अरोड़ा, रवि कुमार सिंधी और कुलदीप मीणा मिले.
मौके पर बड़ी भारी मात्रा में क्रिकेट सट्टा लगाने के उपकरण मौजूद थे. जिन्हें जब्त किया गया. जिनमें 2 लैपटॉप, 20 मोबाइल, एलईडी, सेट टॉप बॉक्स, कॉल रेकॉर्डर और चार्जर सहित कई उपकरण शामिल हैं.
पुलिस से बचने के लिए बार-बार बदल रहे थे जगह: पुलिस का कहना है कि पकड़े गए बुकी बीती 9 जनवरी से संचालित कर रहे थे. करीब 1 महीने से यह बार-बार जगह बदल कर क्रिकेट सट्टा लगा रहे थे. इसके पहले बूंदी जिले में तालेड़ा और अन्य जगह पर इन्होंने क्रिकेट सट्टे को ऑपरेट किया था. पुलिस को शक न हो इसके चलते ये तुरंत जगह बदल लेते थे. पुलिस का मानना है कि हर बार यह किराए की नई जगह तलाशते थे और सुनसान जगह पर ही सट्टे के नेटवर्क को स्थापित कर ऑपरेट करते थे.
दावा किया है कि ये गैंग कोटा शहर में बुधवार को ही पहुंचा है. पुलिस का कहना है कि अब इस पूरे मामले में आरोपियों से पड़ताल की जाएगी. साथ ही कौन-कौन व्यक्ति सट्टा लगवाने के लिए कॉल करता था उसके संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है.