कोटा. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा शुक्रवार को कोटा दौरे पर आए. जानकारी मिलने पर सांगोद के झालरी ग्राम पंचायत निवासी सत्यनारायण गुर्जर भी अपनी समस्या लेकर कोटा सर्किट हाउस पहुंच गया. वो अपने साथ बहुत सारे कागजात, राशन गबन के मामले को लेकर आया था. जैसे ही सत्यनारायण को मौका मिला, वह मंत्री रमेश मीणा के नजदीक पहुंच गया.
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सत्यनारायण ने शिकायत करते हुए कहा कि रसद विभाग और पुलिस मिलकर राशन डीलर को फायदा पहुंचा रहे हैं. सत्यनारायण ने राशन डीलर पर आरोप लगाया है कि उसने 2 साल पहले एक गबन के मामले में एक शिकायत की थी. जिस पर रसद विभाग ने मुकदमा भी दर्ज करवा दिया, लेकिन उसके बाद ना तो पुलिस ने कोई कार्रवाई की, ना रसद विभाग ही इस मामले की सुध ले रहा है. जबकि लाखों रुपये का राशन डीलर गबन कर गया है. इस मामले में रमेश मीणा ने तुरंत डीएसओ ग्रामीण कपिल झांझडिया को बुलाया. साथ ही 3 दिन में पूरे मामले की रिपोर्ट देने को कहा है.
एक आदमी के 10 राशन कार्ड, जो मर गया वह भी ले रहा राशन
पीड़ित सत्यनारायण का कहना है कि उन्होंने इस मामले में शिकायत दी है. जिसमें झालरी ग्राम पंचायत में राशन डीलर ने गड़बड़ी की है. हर माह 90 क्विंटल गेहूं फर्जी उठा रहा है, क्योंकि जो लोग मर गए हैं. उनके नाम से भी राशन जारी है. साथ ही जिस परिवार में एक ही सदस्य है. उसके राशन कार्ड में 9 अन्य लोगों के नाम जोड़ दिए गए हैं. इसके अलावा एक ही व्यक्ति के 10-10 फर्जी राशन कार्ड बनाए हुए हैं.
पुलिस भी बना रही है दबाव
परिवादी सत्यनारायण ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से शिकायत कर आरोपी राशन डीलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया था, लेकिन उस पूरे मामले में सांगोद थाना पुलिस ने जांच में लीपापोती करते हुए कोई कार्रवाई नहीं की. बल्कि उल्टा राशन डीलर ने ही मुझे झूठे मामलों में फंसा दिया है. अब पुलिस में शिकायत लेकर जाता हूं, तो मुझ पर ही दबाव बनाती है.