कोटा. शहर के न्यू मेडिकल अस्पताल में वेंटिलेटर नहीं मिलने पर एक बच्चे ने दम तोड़ दिया. कैथूनीपोल के नितिन सोनी को परिजन गंभीर हालत में लेकर अस्पताल पहुंचे थे. डॉक्टरों ने पहले एंबू बैग के जरिए इलाज किया. बच्चे की हालत में कुछ सुधार भी दिखा. बाद उसे ICU में लगे वेंटिलेटर पर लेने की कोशिश की गई, लेकिन वेंटिलेटर चालू नहीं हो सका. डॉक्टरों ने उसे वापस एंबू बैग पर लिया. लेकिन कुछ देर बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया.
कैथूनीपोल निवासी नितिन सोनी को बुखार था. परिजन 4 दिन पहले उसे जेकेलोन अस्पताल लेकर पहुंचे थे, लेकिन हालत बिगड़ने पर गुरुवार को तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. बच्चे को डेंगू हेमरेजिक शॉक फीवर था. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर बच्चे को न्यू मेडिकल अस्पताल ले जाया गया.
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बच्चे का इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना है, कि जब बच्चा यहां आया था तो उसको हेमरेजिंग शॉक फीवर था. परिजनों को जानकारी दी गई थी. जब वेंटिलेटर पर लेने लगे तो वेंटिलेटर की स्क्रीन नहीं चालू हुई. बाद में एंबू बैग के जरिए सांस देने की कोशिश की गई, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी.
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बता दें, कि न्यू मेडिकल अस्पताल के शिशु रोग विभाग में एक ही वेंटिलेटर है. लेकिन वो भी तकनीकी कारणों से बंद हो जाता है.